थाने में बर्बरता ; पति ने लगाया चोरी का आरोप, पुलिस ने तोड़ा पत्नी का हाथ, आरक्षक सस्पेंड

इंदौर के तिलकनगर थाने में पुलिसिया जुल्म की कहानी, महिला के शरीर पर हुए ये जख्म बयां कर रहे हैं.
जब पूरे मामले की बारीकी से जांच पड़ताल की गई तो तो पता चला कि जिस महिला की पिटाई की गई है उसके पति सुनील शर्मा का एक अन्य महिला से संबंध है. जब पत्नी को इस बारे में जानकारी लगी तो उसने आपत्ति जताई. इससे घबराए शातिर पति ने अपनी रिश्तेदार जो उज्जैन में एडीपीओ के पद पर पदस्थ हैं उनसे सांठगांठ कर पत्नी के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया.
इंदौर.
इंदौर में पुलिस की बर्बरता एक बार फिर सामने आई है. पुलिस ने चोरी के मामले में एक महिला को इतना पीटा कि उसका हाथ टूट गया. इस पूरे मामले की शिकायत जब वरिष्ठ अधिकारियों की गई तब जाकर दो आरक्षकों को सस्पेंड कर पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए. मामला पति पत्नी के बीच विवाद का था. पत्नी का आरोप है कि पति के किसी अन्य महिला से नाजायज संबंध हैं. शिकायत करने पर पति ने उसे चोरी के झूठे केस में फंसा दिया.
पूरा मामला इंदौर के तिलक नगर थाना क्षेत्र का है. पिछले दिनों सुनील शर्मा नाम के शख्स ने अपनी पत्नी सहित अन्य लोगों पर चोरी का प्रकरण दर्ज करवाया था. पुलिस ने इस पूरे मामले में चोरी की शंका में फरियादी की पत्नी को आरोपी मानते हुए उसे गिरफ्तार किया. उसके बाद पुलिसकर्मियों ने थाने में ले जाकर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की. पुलिस कर्मियों ने इस दौरान महिला की इतनी बर्बरता पूर्वक पिटाई की कि उसके शरीर पर जख्म हो गए और एक हाथ टूट गया.
पति ने लगाया झूठा आरोप
महिला जब जेल से छूट कर आई तो उसने अधिकारियों से शिकायत की. इसके बाद डीसीपी अभिषेक आनंद ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए. जब पूरे मामले की बारीकी से जांच पड़ताल की गई तो तो पता चला कि जिस महिला की पिटाई की गई है उसके पति सुनील शर्मा का एक अन्य महिला से संबंध है. जब पत्नी को इस बारे में जानकारी लगी तो उसने आपत्ति जताई. इससे घबराए शातिर पति ने अपनी एक दूर की रिश्तेदार जो उज्जैन में एडीपीओ के पद पर पदस्थ हैं उनसे सांठगांठ कर पत्नी के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया.
चीख सुनकर दौड़े परिवारवाले
फरियादी पीड़ित महिला ने बताया कि उसे एसआइ सुरेंद्र सिंह पांच दिन से पूछताछ करने थाने बुला रहे थे. रविवार दोपहर उसके कथन दर्ज किए और बातचीत के बहाने प्रथम मंजिल पर बने कक्ष में बंद कर दिया. उसके बाद उसे रस्सी से बाधंकर डंडों पिटा. एसआई सुरेंद्र सिंह उस पर चोरी का आरोप स्वीकार करने के लिए दबाव बना रहे थे. पहले पुरुष पुलिसकर्मियों ने ही डंडे मारे जिससे बाएं कंधे के पास की हड्डी टूट गई. जिस वक्त पुलिस उस पर जुल्म ढा रही थी उस दौरान उसके चचेरे भाई, बहन, जीजा और चाचा भी थाने में मौजूद थे. उसकी चीख सुन सब लोग उसे बचाने दौड़े लेकिन पुलिस ने सबको धमकाया.
चोट के निशान छुपाने के लिए सिकाई
महिला ने बताया कि उसकी चोट के निशान छुपाने के लिए एस आई सुरेंद्र ने महिला पुलिसकर्मी से बर्फ की सिंकाई करवाई. रात 9 बजे तक थाने में रखा और ये बोलकर छोड़ा कि दोबारा थाने आना पड़ेगा. पुलिस ने भी इस पूरे मामले में किसी तरह की कोई जांच नहीं की और सीधे उसे पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी.
2 आरक्षक निलंबित
डीसीपी अभिषेक आनंद का कहना है इस मामले में दो आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही फरियादी के मेडिकल के आधार पर तिलकनगर थाने के दोषी एक पुरुष और एक महिला आरक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. उनके खिलाफ विभागीय जांच की अनुशंसा भी की गई है. जांच में जो बिंदु सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ये था आरोप
पीड़ित महिला का अपने पति सुनील शर्मा से विवाद चल रहा है. सुनील शर्मा ने उस पर 21 लाख रुपये चुराने का आरोप लगाकर 25 जून को एफआइआर दर्ज करवाई थी. सुनील की बहन ईओडब्ल्यू उज्जैन में एडीपीओ है. पीड़ित महिला का आरोप है कि पुलिस सीमा के दबाव में ही उसे परेशान कर रही है. पिटाई के समय वो थाने में ही मौजूद थी.