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गरीबी और मजबूरी की चरम सीमा तो देखिए-मां का पैर हुआ फैक्चर..इलाज के लिए पैसे जुटाने के लिए बेटा अपनी किडनी बेचने पहुंच गया अस्पताल

मां और बेटे का रिश्ता इतना अटूट होता है कि इसे कोई भी मदभेद कमज़ोर नही कर सकता, ऐसे में अगर बेटा श्रवण जैसा मिल जाए तो उस मां की सारी जिंदगी की तपस्या सफल हो जाती है। दरअसल, एक ऐसे ही श्रवण कुमार जैसे बेटे की दर्दनाक खबर सामने आई है जो अपनी मां के…
नेशनल डेस्क:
मां और बेटे का रिश्ता इतना अटूट होता है कि इसे कोई भी मदभेद कमज़ोर नही कर सकता, ऐसे में अगर बेटा श्रवण जैसा मिल जाए तो उस मां की सारी जिंदगी की तपस्या सफल हो जाती है। दरअसल, एक ऐसे ही श्रवण कुमार जैसे बेटे की दर्दनाक खबर सामने आई है जो अपनी मां के इलाज के लिए पैसे नहीं जुटा पाया तो वह अपनी किडनी बेचने अस्पताल पहुंच गया।
दरअसल, बिहार के गया जिले के रहने वाले दीपांशु के पिता की मौत हो गई थी जिसके बाद उसकी मां ने ही मेहनत मजदूरी कर दीपांशु को बड़ा किया. ऐसे में अपनी मां की तकलीफ को देखते हुए दीपांशु ने रांची के एक होटल में काम करना शुरू कर दिया। ताकि कुछ घर में मदद कर सके।
ऐसे में दीपांशु की मां का अचानक पैर टूट गया लेकिन दीपांशु के पास इलाज के लिए योग्य पैसे नहीं थे वहीं वह बेटा अपनी की तकलीफ को देख नहीं पा रहा था और ऐसे में उसने कही से सुना कि किडनी बेचने पर उसे ढेर सारा पैसा मिलेगा और वह रांची के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा और अपनी किडनी बेचने की बात कही। ऐसे में एक कर्मचारी ने इसकी वजह सुनी तो वह भावुक हो गया और उसे डॉक्टर के बारे में बताया और डॉक्टर ने कहा कि वह अपनी मां को अस्पताल में लेकर आए और उनका इलाज निशु्ल्क किया जाएगा।
इस पूरे मामले को लेकर डॉक्टर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि,’गरीबी और मजबूरी की चरम सीमा तो देखिए, एक बच्चा आज अपने मां के इलाज के लिए किडनी बेचने गया था, घर में मां और बहन है, पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह किसी होटल में काम करता है. एक सज्जन व्यक्ति ने उसे हमारे बारे में बताया और हमारी टीम ने उसे समझाया की किडनी बेचना एक दंडनीय अपराध है, हमने उसे भरोसा दिलाया कि वह रिम्स रांची आता है तो निश्चित रूप से हम उसकी मदद करेंगे।