जब आखिरी समय पर दिलीप कुमार से मिली थीं मधुबाला, कहा ‘शहजादी मिल गई’, सायरा बानो से जुड़ा है किस्सा

मधुबाला और दिलीप कुमार एक दूसरे से बेइंतहा प्यार करते थे. लेकिन दोनों की किस्मत में साथ नहीं लिखा था. सायरा बानो (Saira Bano) से शादी के बाद दिलीप, मधुबाला से मिलने गए थे.
मुंबई. मधुबाला (Madhubala) बॉलीवुड की दुनिया का हसीन चेहरा थीं. पर्दे पर उनकी खूबसूरती हर दर्शक को लुभाती थी. दूसरी तरफ निजी जिंदगी में वे साथी कलाकार दिलीप कुमार (Dilip Kumar) से बेइंतहा प्यार करती थीं. दोनों के प्यार के चर्चे हर तरफ थे. कहा जाता है कि दोनों की एक जिद के कारण प्यार पूरा नहीं हो सका. कारण चाहे जो भी रहा हो लेकिन जब आखिरी दिनों में दिलीप की मधुबाला से मुलाकात हुई थी तो उनके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई थी.
बीती 14 फरवरी को मधुबाला का जन्मदिन था. वैलेंटाइंस डे के दिन जन्मी मधुबाला की जिंदगी में प्यार की हमेशा कमी रही. जिसे चाहा वह मिल नहीं सका और जिसके साथ शादी की (किशोर कुमार) वह दूर हो गया. 1969 में सिर्फ 36 साल की उम्र में बीमारी के कारण मधुबाला का निधन हो गया था.
मधुबाला से गए थे मिलने
दिलीप कुमार ने भी मधुबाला को टूटकर प्यार किया था. मधुबाला उनकी जिंदगी में आ जाएं इसके लिए उन्होंने कई दफा कोशिश की लेकिन किस्मत में दोनों का साथ नहीं लिखा था. दिलीप कुमार ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘दिलीप कुमार: दि सब्सटेंस एंड दि शैडो’ में उस बात का जिक्र किया था जब वे आखिरी दिनों में एक बार मधुबाला से मिलने गए थे. दिलीप का कहना था कि ‘सायरा बानो की एक सबसे अच्छी बात यह थी कि वे हमेशा कहती थी कि पास्ट भूल जाओ और प्रजेंट मे जिओ.’
दिलीप से अलग होने के बाद मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी की थी. (pc:twitter@pyaaristochill)
सायरा ने कहा था मिलकर आओ
दिलीप कुमार ने अपने बीते दिन याद करते हुए लिखा था, ‘जब मेरा और सायरा का निकाह हुआ, उसके बाद हम मद्रास में रह रहे थे. तब मुझे एक दिन मधुबाला का मैसेज मिला कि वह मुझे देखना चाहती हैं. जब हम मुंबई आए तो मैंने सायरा को यह बात बताई और उसने कहा कि मुझे मधुबाला से मिलना चाहिए, हो सकता है वह किसी बात से परेशान हैं.’
देखते ही हो गईं थीं खुश
दिलीप के अनुसार, जब वे मधुबाला से मिलने गए तो उन्हें कमजोर और बीमार देखकर उन्हें काफी दर्द हुआ. उनके चेहरे का पीलापन बता रहा था कि वे कितनी बीमार हैं. साथ ही उन्हें मुस्कुराने के लिए भी काफी हिम्मत करनी पड़ रही थी. मधुबाला ने जब दिलीप को देखा तो वह बहुत खुश हुईं और कहा, ‘हमारे शहजादे को उनकी शहजादी मिल गई है, मैं बहुत खुश हूं.’
दिलीप के अनुसार मधुबाला अपनी कुछ निजी बातों को लेकर परेशान थीं और वे इस पर बात करना चाहती थीं. दिलीप और मधुबाला ने उस मुलाकात में कुछ देर बात की और दिलीप ने मामले को सुलझाने की कोशिश की. बता दें कि साल 1951 में आई फिल्म ‘तराना’ के सेट पर दिलीप और मधुबाला की मुलाकात हुई थी.