एक रात पहले मां से कहा था- कल टीवी पर पहला मैच देखना, सुबह आई मौत की खबर, हिला देने वाला रहा डेब्यू

पाकिस्तान के तूफानी तेज गेंदबाजों ने हर दौर में विश्व क्रिकेट पर अपनी छाप छोड़ी है. सरफराज नवाज, इमरान खान, वसीम अकरम से शुरू हुआ सिलसिला शाहीन अफरीदी तक पहुंच गया है. मौजूदा दौर में भी पाकिस्तान का पेस अटैक जबरदस्त है. एक युवा गेंदबाज ने सबसे अधिक प्रभावित किया है. इस पेसर ने 16 साल की उम्र में ही टेस्ट डेब्यू कर लिया था. लेकिन, पहले टेस्ट में जो अनुभव मिला, उसने गेंदबाज को कई महीनों तक परेशान रखा. एक इंटरव्यू में पेसर ने ये बात बताई थी.
नई दिल्ली.
पाकिस्तान तेज गेंदबाजों की खान है. दौर कोई भी रहा हो, पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में कभी तेज गेंदबाजों का टोटा नहीं रहा. मौजूदा दौर की अगर बात करें तो पाकिस्तान के पास शाहीन अफरीदी जैसे तेज गेंदबाज हैं. उनके अलावा भी कई युवा पेसर हैं, जो अपनी धार और रफ्तार दोनों से इंटरनेशनल क्रिकेट में धाक जमा रहे हैं. ऐसे ही एक पेसर में 20 साल के नसीम शाह (Naseem Shah). उन्होंने 16 साल की उम्र में ही पाकिस्तान के लिए टेस्ट डेब्यू कर लिया था.
नसीम शाह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नवंबर, 2019 में ब्रिसबेन टेस्ट से डेब्यू किया था. उस वक्त उनकी उम्र 16 बरस थी. लेकिन, नसीम के लिए ये डेब्यू हिला देने वाला रहा था. मां बेटे को पाकिस्तान की जर्सी और कैप में देख पाती, उससे पहले ही उनका इंतकाल हो गया था. नसीम को डेब्यू से ठीक पहले ये बात चली थी. 16 साल की उम्र में मां को खोना और ऊपर से डेब्यू टेस्ट..किसी के लिए भी ये अनुभव तोड़ने वाला हो सकता है. लेकिन, नसीम ने हौसला रखा और ब्रिसबेन में डेब्यू किया.
नसीम के टैलेंट पर किसी को भी शक नहीं था. उन्होंने दूसरे टेस्ट में ही इसे साबित कर दिखाया. श्रीलंका के खिलाफ कराची में हुए मैच में नसीम टेस्ट इतिहास में 5 विकेट लेने वाले सबसे युवा तेज गेंदबाज बने थे. अगले ही टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ नसीम शाह टेस्ट हैट्रिक लेने वाले सबसे कम उम्र के गेंदबाज बने थे.
मां मेरा डेब्यू नहीं देख पाईं: नसीम
नसीम शाह ने पाकिस्तान क्रिकेट के यू-ट्यूब चैनल पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के साथ बातचीत में अपनी मां को खोने और डेब्यू टेस्ट के अनुभव को साझा किया था. नसीह ने कहा, “मैं मां के बेहद करीब था. मैं जब 12 साल का था तो क्रिकेट के लिए गांव छोड़कर लाहौर शिफ्ट हो गया था. डेब्यू से एक रात पहले मां का फोन आया था. मैंने उनसे कहा था कि कि कल मेरा डेब्यू होने वाला है. वो टीवी नहीं देखती थीं. क्रिकेट भी समझ नहीं आता था. मैंने मां से कहा था कि आप टीवी पर देखना, मैं लाइव नजर आऊंगा.”
‘डेब्यू के दिन मां के निधन की खबर मिली’
नासिर हुसैन से इंटरव्यू में बात करते हुए नसीम शाह ने आगे कहा, “मां बेहद खुश थी. उन्होंने कहा था कि मैं मैच देखने (टीवी पर) के लिए खास गांव से लाहौर आऊंगी. अगली सुबह जब मैं उठा तो टीम मैनेजमेंट, कप्तान और बाकी सब लोग मेरे पास थे. उन्होंने बताया कि मेरी मां का इंतकाल हो गया है. मुझे उस वक्त कुछ समझ नहीं आ रहा था.”
‘मुझे हर ओर मां का चेहरा नजर आता था’
इस तेज गेंदबाज ने आगे बताया, “मेरे लिए अगले 6-8 महीने काफी भारी रहे. मुझे हर वक्त मां का चेहरा याद आता था. मैं दवाईयों का आदी हो गया था. मैं हर समय मां के बारे में ही सोचा करता था. बड़ी मुश्किल से मैं उस दौर से निकला था.”
बता दें कि नसीम शाह ने अब तक 15 टेस्ट, 5 वनडे और 16 टी20 खेले हैं. इसमें उन्होंने कुल 74 विकेट झटके हैं.