कोई भी मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है, उसको उसके परिणाम भुगतने पड़ते हैं:नीतीश कुमार

‘जो भी मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है…’, BBC सर्वे पर बोले नीतीश- जनता सब जानती है…..
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में हर संप्रदाय के लोग रहते हैं, अगर कोई भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहता है, तो वह देश को बर्बाद कर रहा है।
पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीबीसी दफ्तरों के आईटी सर्वे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जो कोई भी सरकार के खिलाफ बोलता है, उसको उसके परिणाम भुगतने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है सरकार क्या चाहती है।
उन्होंने कहा, “हम देख सकते हैं कि वे (मोदी सरकार) क्या चाहते हैं, अगर कार्रवाई की जाती है तो यह स्पष्ट दिखता है। अगर कोई उनके (मोदी सरकार) खिलाफ बोलेगा तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। जो लोग हमारे खिलाफ बोलना और लिखना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं… आखिरकार, यह जनता ही तय करेगी।”
हमें सिर्फ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कही बातों का पालन करना चाहिए: नीतीश कुमार
उन्होंने यह भी कहा कि देश में हर संप्रदाय के लोग रहते हैं, अगर कोई भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहता है, तो वह देश को बर्बाद कर रहा है। उन्होंने कहा, “यहां हर धर्म, संप्रदाय के लोग रहते हैं। अगर कोई ऐसा करना चाहता है (भारत को हिंदू-राष्ट्र बनाना) तो वह देश को नष्ट करना चाहता है। हमें केवल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कही बातों का पालन करना चाहिए। हम गांधी जी के बताए रास्ते पर चल रहे हैं।”
बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन टूटने के बाद से अक्सर नीतीश कुमार मोदी सरकार पर हमला करते नजर आते हैं। इस बीच, 2024 में प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए वे तमाम विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। गुरुवार को उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। नीतीश ने कहा कि वह अपनी पार्टी के सदस्यों से कहते रहते हैं कि वे उनके लिए नारे न लगाएं क्योंकि उनकी 2024 में प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है।
इससे पहले,बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष को एक साथ लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा , “वह (सीएम नीतीश कुमार ) सीएम हैं और हम उनके मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। अभी उनका एकमात्र एजेंडा सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाना है। उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है।”