आंखों में क्यों बढ़ रही मोतियाबिंद? एक्सपर्ट्स व डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल पहुंच कर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विजय जोशी से इस बीमारी को लेकर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि अगर आपको दूर या पास का कम दिखाई दे, गाड़ी ड्राइव करने में समस्या हो या आप दूसरे व्यक्ति के चेहरे के भावों को न पढ़ पाएं, तो समझिए की आपकी आंखों में मोतियाबिंद विकसित हो रहा है
ल्द्वानी.
उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में मोतियाबिंद के रोज लगबग 100 मरीज आ रहे हैं. आंखों में होने वाली मोतियाबिंद की बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. न्यूज़ लोकल बेस अस्पताल पहुंची और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विजय जोशी से इस बीमारी को लेकर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि अगर आपको दूर या पास का कम दिखाई दे, गाड़ी ड्राइव करने में समस्या हो या आप दूसरे व्यक्ति के चेहरे के भावों को न पढ़ पाएं, तो समझिए की आपकी आंखों में मोतियाबिंद विकसित हो रहा है.
डॉ. विजय जोशी ने बताया कि जब चश्मे या लेंस से आपको स्पष्ट दिखाई न दे, तो सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है. सर्जरी की सलाह तभी दी जाती है जब मोतियाबिंद के कारण आपको दिखने की गुणवत्ता प्रभावित होने लगती है. सर्जरी में जल्दबाजी न करें. क्योंकि मोतियाबिंद के कारण आंखों को नुकसान नहीं पहुंचता है. लेकिन, अगर आपको डायबिटीज है तो इसमें देर न करें.
उन्होंने बताया कि मोतियाबिंद की सर्जरी तब करानी चाहिए, जब यह आपके दैनिक और रोजमर्रा के कार्यों में दिक्कत पैदा करने लगे. ऐसी स्थिति में सर्जरी करा लेनी चाहिए, मोतियाबिंद के पकने का इंतज़ार नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से सर्जरी ज़्यादा जटिल हो जाती है. ज़्यादातर दोनों आंखों की सर्जरी एक साथ नहीं की जाती है. अगर एक आंख में सर्जरी के बाद सुधार अच्छा हो, तो दूसरी आंख की सर्जरी अगले दिन भी की जा सकती है. यह मरीज़ और डॉक्टर दोनों की सहूलियत पर निर्भर करता है.
मोतियाबिंद होने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं
मोतियाबिंद होने की कई वजहें हो सकती हैं, जैसे उम्र का बढ़ना, डायबिटीज, अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन, सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक एक्सपोजर, मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास, उच्च रक्तचाप, मोटापा, आंखों में चोट लगना या सूजन, पहले हुई आंखों की सर्जरी, कार्टिस्टेरॉइड मोडिकेशन का लंबे समय तक इस्तेमाल, धूम्रपान यह सब मोतियाबिंद होने के कारण हैं.
मोतियाबिंद से कैसे करें बचाव
कुछ उपाय कर आंखों में होने वाली मोतियाबिंद की बीमारी से बचा जा सकता है मसलन धूम्रपान न करें, शराब का ज्यादा सेवन न करें, भोजन में हरी सब्जियों लें, पौष्टिक आहार व ड्राई फ्रूट्स का सीमित मात्रा में सेवन करें. तेज धूप में बाहर निकलते समय सनग्लास का प्रयोग करें. लगातार दवाइयों का सेवन न करें. नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं.