बथुआ साग खाने के हैं कई फायदे, सेहत संबंधी इन समस्याओं के उपचार में मिलती है मदद, पढ़ें एक्सपर्ट टिप्स

बथुआ का साग सेवन करने से कब्ज, लीवर और यूरिन रिलेटेड डिजीज में काफी फायदेमंद होता है. सर्दियों में होने वाले बालों की समस्या जैसे ड्राइनेस, डैंड्रफ हटाने में भी यह लाभदायक है.
सर्दी के मौसम में बथुआ साग का सेवन सेहत के लिये काफी लाभदायक है. बथुआ का साग न सिर्फ खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसमें भरपूर औषधीय गुण भी होते हैं. बथुआ का साग सेवन करने से कब्ज, लीवर और यूरिन रिलेटेड डिजीज में काफी फायदेमंद होता है. सर्दियों में होने वाले बालों की समस्या जैसे ड्राइनेस, डैंड्रफ हटाने में भी यह लाभदायक है. बथुआ साग के फायदों के बारे में हमारे एक्सपर्ट क्या कहते हैं जानें…
बथुआ में पाये जाते हैं ये विटामिन और मिनरल्स
होड़ोपैथिक विशेषज्ञ डॉ. पीपी हेंब्रम बताते हैं कि बथुआ को अंग्रेजी में लैम्ब्स क्वाटर्स (Lambs Quarters) कहा जाता है, जबकि इसका वैज्ञानिक नाम केनोपोडियम एलबम (Chenopodium album) है. बथुवा अनादि काल से खाया जाता है. सीधे तौर पर बथुआ गुणों की खान है. बथुआ में कई विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं. विटामिन बी वन, बी टू, बी थ्री, बी फाइव, बी सिक्स, समेत विटामिन सी से भी यह साग भरपूर है. इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम व जिंक मिलते हैं.
गर्भवती महिलाओं से लेकर बच्चों तक के लिए है फायदेमंद
बथुआ में पाये जानेवाले विटामिन्स और मिनरल्स के कारण आम लोगों से लेकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों तक के लिए यह अमृत समान है. एक्सपर्ट ने बताया कि बथुआ साग के सेवन से पथरी नहीं होता है. बथुआ में जिंक होता है जो शुक्राणुवर्धक है. इसके सेवन से कमजोरी दूर होती है. बथुआ का रस, उबाला हुआ पानी पीने से खराब लीवर को भी ठीक किया जा सकता है. यह मूत्र रोग के रोगी के लिए सर्वश्रेष्ठ औषधि के समान है. जानें बथुआ साग खाने के फायदे.
पेट संबंधी समस्या दूर करने में मिलती है मदद
बथुआ के रस में नमक मिला कर सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं. पेट की कई बीमारियों का निदान होता है. पेट दर्द में भी यह आरामदायक होता है.
डैंड्रफ दूर करने में सहायक
सिर में गंदगी के कारण डैंड्रफ व जूं की समस्या हो जाती है. इसे आसानी से मिटाने के लिए बथुआ और नींबू को पानी में उबाल कर सिर धोने से इसका निदान होता है.
Urinary Problems दूर होती है
पानी की कमी के कारण या फिर किसी और कारण से यूरिन में जलन और दर्द की शिकायत होने पर बथुआ में नमक, जीरा और नींबू को उबाल कर उसके सेवन से समस्या दूर होती है.
पथरी के इलाज में कारगर
बथुआ के रस में चीनी मिला कर पीने से पथरी की समस्या खत्म होती है.
बुखार में लाभदायक
मलेरिया या सामान्य बुखार में भी बथुआ का सेवन लाभकारी है. इसको पीने से यह बुखार दूर हो जाता है.
त्वचा रोग के इलाज में कारगर
बथुआ के रस के नियमित सेवन से त्वचा संबंधी रोग जैसे कील-मुंहासे, फोड़े, दाद, खाज, खुजली की समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
रिपोर्ट : समशुल अंसारी, गिरिडीह.