लोकसभा चुनाव नतीजों से पहले चुनाव आयोग से मिले इंडिया गठबंधन के नेता, क्या कहा

चुनाव आयोग से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी
लोकसभा चुनाव नतीजों से पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात की है.
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, डीएमके के टीआर बालू, वाम दल की तरफ से सीताराम येचुरी, डी राजा भी शामिल थे.
विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनाव आयोग के सामने ईवीएम काउंटिंग, पोस्टल बैलेट और चुनाव नतीजों से जुड़े मुद्दों को सामने रखा.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “पहला मुद्दा- पोस्टल बैलेट का है, जो एक जानी-मानी प्रक्रिया है. पोस्टल बैलेट परिणाम में निर्णायक साबित होते हैं, इसलिए चुनाव आयोग का एक प्रावधान है जिसके अंतर्गत कहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले की जाएगी.”
उन्होंने कहा, “हमारी शिकायत थी कि चुनाव आयोग ने 2019 की गाइडलाइन से इसे हटा दिया है, इसका परिणाम यह है कि ईवीएम की पूरी गणना हो जाए उसके बाद अंत तक भी पोस्टल बैलेट की गिनती की घोषणा करना अनिवार्य नहीं रहा है. यह जरूरी है कि पोस्टल बैलेट जो निर्णायक साबित होता है उसकी गिनती पहले करना अनिवार्य है.”
इसके अलावा नेताओं ने वोटों की गिनती के समय सख्त निगरानी रखने की मांग भी की है.
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में किया सरेंडर

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21 दिन की अंतरिम ज़मानत की मियाद ख़त्म होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल पहुंचकर सरेंडर कर दिया.
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशा मार्लेना ने कहा, “चुनाव लोकतंत्र की नींव है, लोकतंत्र को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 21 दिनों की ज़मानत दी थी. केजरीवाल ने न्यायालय और संविधान का सम्मान करते हुए निर्धारित तारीख को सरेंडर किया है.”
“ये बात सही है कि उनका स्वास्थ्य सही नहीं है. उनका कीटोन लेवल काफी अधिक है, उनका वज़न छह किलो घट गया है लेकिन पार्टी का कोई नेता जेल जाने से नहीं डरता.”

दिल्ली आबकारी मामले में जेल की सज़ा काट रहे केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को ज़मानत दी थी.
कोर्ट ने कहा था कि चुनाव की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए उन्हें कुछ दिनों के लिए ज़मानत पर छोड़ा जा रहा है, मतदान ख़त्म होने के बाद उन्हें सरेंडर करना होगा.
डीके शिवकुमार बोले- ‘एग्ज़िट पोल के अनुमान से सहमत नहीं, कर्नाटक में नहीं थी मोदी लहर’

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कांग्रेस नेता और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि वो एग्ज़िट पोल के अनुमानों से सहमत नहीं हैं.
डीके शिवकुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “एग्ज़िट पोल के अनुमानों से मैं सहमत नहीं हूं. जो सर्वे किए गए हैं उनमें सिर्फ पांच से सात हज़ार लोगों का सैंपल साइज लिया गया है. कम से कम 50 हज़ार लोगों का सैंपल साइज होना चाहिए.”
“कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में हमने 130 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की. मीडिया कांग्रेस को 80, 90 सीटें ही दे रहा था. मैं इस नंबर के साथ सहमत नहीं हूं. मेरे 40 साल के अनुभव के मुताबिक़ हमने बेहतर परफॉर्म किया है.”
डीके शिवकुमार ने कहा, “कर्नाटक में मोदी की कोई लहर नहीं थी. हमने जो वादे किए थे वो हम पूरे करने में कामयाब रहे हैं. कर्नाटक के लोग खुश हैं.”
“कर्नाटक के लोगों पर हमें पूरा विश्वास है. हम कर्नाटक में दहाई का आंकड़ा पार करने में जरूर कामयाब होंगे.”