गुजरात चुनाव में आपराधिक छवि वाले 21 फीसद उम्मीदवार

गुजरात चुनाव में 89 सीट पर भाग्य आजमाने उतरे 21 फीसद उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं।
निर्वाचन आयोग के पास 788 उम्मीदवारों के अपना नामांकन के समय दिए गए शपथपत्र से ये तथ्य सामने आए हैं। इस बार कुल 167 उम्मीदवारों ने शपथपत्र में अपने आपराधिक छवि होने के संबंध में जानकारी दी है। इन उम्मीदवारों में सबसे अधिक उम्मीदवार आम आदमी पार्टी से हैं। इन उम्मीदवारों में करीब 13 फीसद उम्मीदवार गंभीर अपराध की श्रेणी वाले अपराधों में शामिल रहे हैं।
एसोसिएशन फार डेमोक्रटिक रिफार्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक बीते चुनाव में इस श्रेणी में कुल आठ फीसद उम्मीदवार ही गंभीर अपराध की श्रेणी वाले थे। इन पर पांच साल से अधिक सजा, गैर जमानती अपराध, हत्या का प्रसास, चुनाव संबंधित अपराध, सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाना समेत अन्य अपराधों के तहत मामले दर्ज है।
सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार ‘आप’ में : दिल्ली और पंजाब के बाद इस बार आम आदमी पार्टी (आप)गुजरातमें भी भाग्य आजमा रही है। दस्तावेजों के मुताबिक आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों के मामले में आप पार्टी सबसे आगे हैं। ‘आप’ के 88 में से 32 (36 फीसद), कांग्रेस के 89 में से 31 (35 फीसद),भाजपा के 89 में से 14 (16 फीसद) और भारतीय ट्रायबल पार्टी 14 में से चार ( 29 फीसद) आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों के साथ चुनाव मैदान में है। इनमें ‘आप’ में गंभीर अपराध के 26, कांग्रेस में 18, भाजपा में 11 उम्मीदवार शामिल हैं।
73 उम्मीदवारों के पास है पांच करोड़ से अधिक की संपत्ति : आपराधिक मामले ही नहीं बल्कि धन के मामले में इस बार मैदान में उतरे प्रत्याशी मालामाल है। कुल प्रत्याशियों में 73 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके पास पांच करोड़ से अधिक की संपत्ति है। 788 में से 211 ( 27 फीसद) उम्मीदवार करोपति है। इनमें सबसे अधिक भाजपा से 79, कांग्रेस से 65 और आप से 38 उम्मीदवार शामिल हैं। इस बार 77 के पास दो से पांच करोड़, 125 के पास 50 लाख से दो करोड़, 170 के पास दस से पचास लाख और 343 के पास दस लाख से कम की संपत्ति है। यह आंकड़ा 2017 में 21 फीसद था। उस समय पहले चरण में 923 में से 198 उम्मीदवार करोड़पति थे।
सबसे अधिक उम्मीदवार केवल 12वीं तक पढ़े : शपथ पत्रों का अध्ययन यह भी बताता है कि इस बार सबसे अधिक उम्मीदवार केवल पांचवी कक्षा से 12वीं तक पढ़े हैं। इन में 492 उम्मीदवार शामिल है। जबकि 185 की योग्यता स्रातक व अधिक, 21 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक, 58 उम्मीदवार साक्षर हैं। हालांकि इस बार महिला उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है।