योगी जी के टारगेट पर सिर्फ मुसलमान, हिसाब लेगा भगवान- मुनव्वर राणा का आदित्य नाथ सरकार पर हमला

राणा ने योगी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा यूपी में जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से प्रदेश में मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं, मुसलमानों के बच्चे जेलों में बंद हैं।
लखनऊ
मुनव्वर राणा एक बार फिर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर पसमांदा मुसलमानो को लेकर जमकर हमला बोला है। मुनव्वर राणा ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर मुसलमानों को सीधा टारगेट करने का आरोप लगाया, साथ ही उन्होंने कहा कि इसका हिसाब सीएम योगी से भगवान लेगा। मुनव्वर राणा ने एबीपी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार और योगी आदित्यनाथ मुस्लमानों के घर पर बुलडोजर चला रही है।
जब रिपोर्टर ने सवाल पूछा की वह कहते हैं कि अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, विजय मिश्र जैसे लोगों का घर गिराया गया है, तो इस पर उन्होंने कहा कि आप केवल इतना कह दीजिए मुख्यमंत्री जी से मुनव्वर राणा का घर अतीक अहमद के नाम पर है। उस पर भी बुलडोजर चल जाएगा।यूपी में जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से प्रदेश की जेलों में 50 हजार से भी ज्यादा मुसलमानों के बच्चे बंद होंगे। राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के टारगेट पर सिर्फ मुसलमान ही रहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आप मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चलवाने की बजाए उन मकानों में गरीबों के लिए यतीमखाना बनवा दीजिए। जो मुसलामान सड़कों पर मर जाते है उनके लिए पड़ाव बना दीजिए।
बुलडोजर चलवाने की बजाए आप स्कूल और मदरसे बना दीजिए
इस बातचीत में मुनव्वर राणा ने आगे कहा कि केवल अतीक का नाम लेकर परेशान किया जा रहा है। आप लोगों के मकान गिरवा रहे है आपको कैसी हमदर्दी। उन्होंने कहा किलखनऊ के साथ कई स्थानों पर सब अतीक अहमद की प्रॉपर्टी है। मुख्तार की संपत्ति है क्या, ये तो एक बहाना बना दिया है। मुनव्वर राणा उत्तर प्रदेश सरकार के बुलडोर की कार्रवाई पर सख्त लहजे में कहते हैं कि आप मकान गिराते क्यों है? अगर वह अवैध है तो उस पर स्कूल बनवा दीजिए, मदरसे बनवा दीजिए, अस्पताल बनवा दीजिए।
योगी सरकार पर बोला हमला
योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए राणा ने कहा, आप राज्य के मुख्यमंत्री होते हुए टीपू सुल्तान और बहादुर शाह जफर की संतानों को लेकर कैसे बुरे विचार रखते हैं। अगर आपने एक बार भी सोचा होता कि वो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं इस देश के तो शायद आपके मुंह से ऐसे शब्द नहीं निकलते। इस दौरान कहा कि आप गिराने वाले कौन होते है ये बाप की दौलत है क्या। कोई मुसलमान बस फूंक दे तो उसका घर गिरा देते है। इसका हिसाब होगा। अगर यहां नहीं होगा तो भगवान हिसाब लेगा। जब रिपोर्टर ने राणा को बताया कि बीजेपी सरकार ने बिना किसी पक्षपात के सभी धर्म और जातियों के लोगों को घर भी दिए हैं तो उस पर राणा ने कहा कि जीएसटी लगाकर हमसे ही पैसा ले रहे हैं और वही पैसा गरीबों में बांट दे रहे हैं ये तो मियां की टोपी मियां का सिर वाली बात हो गई।
मेरा बाप मुसलमान था लेकिन मेरी मां मुसलमान थी इसकी गारंटी नहीं ले सकता
मुनव्वर राणा ने इस बातचीत के दौरान कहा मेरा बाप मुसलमान था इसकी मैं गारंटी लेता हूं लेकिन मेरी मां मुसलमान थी इसकी गारंटी मैं नहीं ले सकता। क्योंकि वो एक फौज के साथ आए थे और फौजें बगल में बीवियां लेकर नहीं चला करतीं थीं। मेरे बाप ने यहां आकर अपने हुस्ने सलूक से, अपने व्यवहार से, अपने तौर तरीके से अपनी अच्छी विचारधारा से कहीं निजामुद्दीन औलिया की हैसियत से, कहीं ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की हैसियत से, कहीं हजरत वालिद अली शाह की हैसियत से पूरे हिन्दुस्तान में फैलते चले गए।