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दोस्त की पत्नी से थे अवैध संबंध,रास्ते से हटाने के लिए दी 80 हजार की सुपारी,गिरफ्तार

दोस्त की पत्नी से था अवैध संबंध। रास्ते से हटाने के लिए दी थी 80 हजार रुपए की सुपारी। पीड़ित पर हमला कर भाग रहे आरोपियों को पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी फरार है।

गढ़वा

मेराल थानांतर्गत चरकापत्थर गांव निवासी युवक अमानतुल्लाह अंसारी पर  जानलेवा हमला उसकी पत्नी से प्रेम प्रसंग में की गई थी। पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। वहीं मुख्य साजिशकर्ता पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

गर्दन पर चाकू से किया था हमला

बताया जाता है कि रविवार को ऑटो पर सवार होकर जिला मुख्यालय से मेराल लौट रहे युवक अमातुल्लाह पर जानलेवा हमला हुआ था। उसके साथ बैठकर आ रहे युवक ने उसके गर्दन पर चाकू से जानलेवा हमला किया था। उससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद भाग रहे हमलावर चिंटू मिश्रा उर्फ सियाराम मिश्रा को पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया था। वह गढ़वा सदर थाना क्षेत्र के दुबे मरहटिया गांव का रहने वाला है।

घटना के तुरंत बाद एसपी अश्विनी कुमार झा ने एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। टीम ने मामले का उद्भेदन करते हुए उसमें शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने बताया कि प्रेम प्रसंग में मेराल के चरकापत्थर टोला निवासी अमानतुल्लाह अंसारी पर जानलेवा हमला किया गया था। युवक पर हमला कर भागने के दौरान हमलावर को ग्रामीणों के सहयोग से मेराल पुलिस ने पकड़ लिया गया था। उससे पूछताछ के बाद सदर थाना के ही छतरपुर गांव निवासी असीम अंसारी व शकील अंसारी के अलावा टंडवा निवासी मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।

4 साल से था अवैध संबंध

बकौल एसडीपीओ, घटना का मुख्य साजिशकर्ता झलुआ गांव निवासी खैरूल्लाह अंसारी फरार है। उसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसडीपीओ ने बताया कि अमानतुल्लाह की पत्नी खुशबून बीबी और खैरूल्लाह अंसारी के बीच पिछले तीन-चार साल से प्रेम संबंध चल रहा था। अमानतुल्लाह और खैरूल्लाह के बीच दोस्ती थी। उस वजह से दोनों का एक-दूसरे के यहां आना जाना होता था। बाद में खैरूल्लाह ने खुशबून को लेकर उसके पति व अपने दोस्त अमानुल्लाह की हत्या करा कर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी।

80 हजार में हुआ था सौदा

घटना को अंजाम देने के लिए असीम और शकील से संपर्क किया। उक्त दोनों ने  मुकेश की मदद  से चिंटू उर्फ सियाराम मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने अमातुल्लाह की हत्या करने के लिए 80 हजार रुपए में सौदा किया। सौदा तय होने के बाद घटना को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने गढ़वा बाजार समिति से फोल्डेड चाकू खरीद कर चिंटू को उपलब्ध कराया। अपराधियों को अमानतुल्ला अंसारी के अंबिकापुर से मेराल लौटने की पूरी जानकारी दी गई। गढ़वा से मेराल आने के लिए वह जिस ऑटो पर बैठा उसी पर अपराधी चिंटू को भी बैठा दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद चिंटू को लेकर भागने के लिए साजिशकर्ता दो बाइक से रेकी करते आ रहे थे।

घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद

घटना के बाद अपराधी उसे लेकर भागते उससे पहले ही हमलावर ग्रामीण और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो चाकू, दो बाइक और चार मोबाइल फोन बरामद किया है। पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने घटना में संलिप्तता स्वीकार कर ली है।

एसआईटी की टीम में पुलिस इंस्पेक्टर केके साहू, मेराल थाना प्रभारी नीतीश कुमार, एसआई अजीत कुमार, संजय कुमार कुशवाहा, एएसआई सुरजीत चौधरी व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

 

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