इन दो विटामिन्स की कमी से आपकी आंखें हो जाती है कमजोर

एसोसिएशन ऑफ स्कूल एंड कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री के अनुसार विटामिन बी 12 मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के कार्य और विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। आइए, जानते हैं आंखों की कमजोरी से जुड़े कुछ फैक्ट्स
नई दिल्ली
विटामिन और खनिज आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो शरीर को काम करने के लिए एक्टिव रखने से लेकर इंफेक्शन से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। इससे हमारी हड्डियों की ताकत बढ़ती है और हमारा दिमाग भी एक्टिव बनता है। यूनाइटेड किंगडम की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, विटामिन और खनिज पोषक तत्व हैं, जो आपके शरीर को ठीक से काम करने और स्वस्थ रहने के लिए कम मात्रा में चाहिए। कम मात्रा होने के बावजूद कई लोग प्रोटीन का ध्यान तो रख लेते हैं, लेकिन उन्हें विटामिन और खनिज का ध्यान नहीं होता है।
कितने विटामिन्स की होती है जरूरत
आपके शरीर को 13 आवश्यक विटामिन की आवश्यकता होती है, जो आप विभिन्न खाद्य स्रोतों से प्राप्त कर सकते हैं। हर विटामिन की एक अलग भूमिका होती है, यही वजह है कि विटामिन की कमी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकते हैं। सामान्य रूप से विटामिन की कमी का अर्थ है, शरीर में विटामिन का निम्न स्तर या अपर्याप्त मात्रा। यह थकान, कमजोरी, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन से लेकर हड्डियों के घनत्व में कमी, त्वचा के रंग में बदलाव के लिए आसान या बार-बार चोट लगने से लेकर कई लक्षणों के रूप में प्रकट हो सकता है।इसके अलावा, कुछ विटामिनों की कमी होने से आप स्ट्रेस और दिमागी समस्याएं तक हो सकती हैं।
किन दो विटामिन्स की कमी से शुरू होती है हेल्थ प्रॉब्लम्स
विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन ए और बी12 की कमी होने से आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है, अगर इलाज न किया जाए तो आंखों की रोशनी तक जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, विटामिन ए की कमी कॉर्निया को बहुत शुष्क बनाकर अंधेपन में योगदान करती है, जिससे रेटिना और कॉर्निया को नुकसान पहुंचता है। एक शोध के मुताबिक 250,000-500,000 बच्चे, जो विटामिन ए की कमी वाले हैं, वे हर साल अंधे हो जाते हैं, और उनमें से आधे अपनी दृष्टि खोने के 12 महीनों के भीतर मर जाते हैं। इसी तरह विटामिन बी12 की कमी से भी आंखों की रोशनी कम हो सकती है। एसोसिएशन ऑफ स्कूल एंड कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री के अनुसार विटामिन बी 12 मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के कार्य और विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी अपर्याप्तता से ऑप्टिक न्यूरोपैथी हो सकती है। इसके अलावा सिर में दर्द, आंखों में खुजली, सूखापन जैसी प्रॉब्लम्स भी हो सकती है।
एनएचएस के अनुसार, पनीर, अंडे, तैलीय मछली, फोर्टिफाइड लो-फैट स्प्रेड, दूध और दही और लीवर उत्पाद विटामिन ए के कुछ बेहतरीन खाद्य स्रोत हैं। यूके की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, “आप अपने आहार में बीटा-कैरोटीन के अच्छे स्रोतों को शामिल करके भी विटामिन ए प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि शरीर इसे रेटिनॉल में बदल सकता है।” पीली, लाल और हरी (पत्तेदार) सब्जियां, जैसे पालक, गाजर, शकरकंद और लाल मिर्च और पीले फल, जैसे आम, पपीता और खुबानी बीटा-कैरोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
जहां तक विटामिन बी 12 का संबंध है, आप इसकी पर्याप्त एनिमल फैट जैसे बीफ, पोर्क, हैम, पोल्ट्री, भेड़, मछली (टूना और हैडॉक),सी फूड्स शेलफिश और केकड़ा, डेयरी उत्पादों जैसे अंडे, दूध, के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा पनीर और दही भी अच्छे ऑप्शन्स हैं।
लैपटॉप, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से ज्यादातर लोगों की आंखों में प्रॉब्लम होनी शुरू हो जाती है। कुछ संकेतों से पता चलता है कि आपकी आंखें कमजोर हो रही हैं। ऐसे में उन संकेतों को इग्नोर नहीं करना…
लैपटॉप, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से ज्यादातर लोगों की आंखों में प्रॉब्लम होनी शुरू हो जाती है। कुछ संकेतों से पता चलता है कि आपकी आंखें कमजोर हो रही हैं। ऐसे में उन संकेतों को इग्नोर नहीं करना चाहिए। आइए, जानते हैं आंखों के कमजोर होने के लक्षण क्या हैं।
आंखों में खुजली होना
लंबे समय तक लैपटॉप पर काम करने से आपकी आंखों में तनाव शुरू हो जाता है। ऐसे में आंखों में खुजली शुरू हो जाती है और आंखें बार-बार रगड़ने का मन करता है।
सुबह उठते ही धुंधला दिखना
सुबह उठने पर कुछ घंटों तक धुंधला दिखाई दे सकता है। ऐसे में आप कितनी बार ही आंखें धो लें लेकिन फिर भी आपको पूरी तरह साफ नजर नहीं आ पाता। उठने के काफी देर बाद आपकी नजर सामान्य होने लगती है।
आंखों से पानी आना
आंखों से पानी आना भी आंखें कमजोर होने का संकेत है। यह समस्या तब और भी बढ़ जाती है, जब आप कुछ लिखते, पढ़ते या फिर देखते हैं। आंखों से पानी आने की समस्या को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है कि आंखों में कोई आयुर्वेदिक दवा डालें या फिर आप डॉक्टर से आंखें चेक कराने के बाद उनकी बताई दवा लें।
आंखें लाल होना
आंखों के कोनों का लाल होना भी आंखें कमजोर होने का संकेत है। ऐसी स्थिति में आपकी आंखें लाल ही नहीं होती बल्कि आंखें ड्राई भी हो जाती हैं।
सिरदर्द या सिर के पीछे दर्द
आंखें कमजोर होने पर पूरे दिन सिर में हल्का दर्द हो सकता है। कभी-कभी सिर के पीछे भी दर्द शुरू हो जाता है। खासतौर पर जब आप आंखें झुकाकर नीचे देखते हैं, तो परेशानी बढ़ जाती है।