’62 फीसदी जनता भाजपा-संघ के खिलाफ, बिहार में मंगलराज नहीं जंगलराज’; RSS पर बोले बीके हरिप्रसाद

हरिप्रसाद ने आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा झूठे बयानों से जनता को गुमराह कर रहे हैं, क्योंकि मीडिया का बड़ा हिस्सा उनके प्रभाव में है। उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश हो रही है, लेकिन जनता अब सच जान चुकी है।
, नई दिल्ली
आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबाले द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर दिए गए प्रतिक्रिया के बाद अब कांग्रेस की ओर से बीके हरिप्रसाद ने तीखा पलटवार किया है। हरिप्रसाद ने कहा कि आरएसएस को समाज ने 1991 तक कभी स्वीकार नहीं किया और आज भी उनकी राजनीतिक शाखा भाजपा 38 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल नहीं कर पाई है, जिसका अर्थ है कि देश की 62% जनता भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ है।
बीके हरिप्रसाद ने साथ ही बिहार की राजनीति पर भी निशाना साधा। उन्होंने जेडीयू के मोकामा प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी (दुलारचंद यादव हत्या मामले) को लेकर कहा भाजपा और जेडीयू को अब ‘जंगलराज’ पर बोलने का कोई हक नहीं रहा। अगर पहले जंगलराज था तो अब क्या ‘मंगलराज’ है?
एनडीए राज्य में हत्या, बलात्कार और अपराधों के आंकड़े सबसे अधिक
कांग्रेस नेता ने आगे कहा एनडीए शासन में हत्या, बलात्कार और अपराधों के आंकड़े सबसे ज्यादा हैं। एनसीआरबी के आंकड़े गवाह हैं कि नीतीश कुमार की सरकार में अपराधों की दर लगातार बढ़ी है। भाजपा अब बिहार में मुख्यमंत्री उम्मीदवार तय करने तक में उलझी हुई है। हरिप्रसाद ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि वे वोटों की राजनीति में इतने खो गए हैं कि जनता के मुद्दे उनसे गायब हो चुके हैं।
आरएसएस नेता की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वास्तव में सरदार वल्लभभाई पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो उन्हें आरएसएस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जैसे कभी तत्कालीन गृहमंत्री पटेल ने लगाया था।
‘आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए’
खरगे ने कहा था, “ये मेरे निजी विचार हैं और मैं खुले तौर पर कहता हूं कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो यह कदम उठाया जाना चाहिए। देश की सभी समस्याओं और कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए भाजपा और आरएसएस जिम्मेदार हैं।”




