खाने के बाद मीठे की क्रेविंग बढ़ा सकती है मोटापा, वेट कंट्रोल रखने के लिए इन चीजों की लें मदद

,नई दिल्ली
आपने अक्सर लोगों को खाना खाने के बाद यह कहते हुए सुना होगा कि ‘अब कुछ मीठा हो जाए’, जी हां ज्यादातर भारतीय घरों में खाना खाने के बाद मीठा खाने का चलन है। लोगों को खाना खाने के बाद मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है। जो कई बार आगे चलकर उनके बढ़ते वजन का कारण भी बन जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं आपके मीठा खाने की क्रेविंग को शांत करने के लिए किन हेल्दी चीजों को मीठे की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
क्यों होती है मीठा खाने की क्रेविंग-
भारतीय भोजन में कार्ब की अधिकता होने की वजह से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। जिससे खाना खाने के बाद मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है।
-मीठा खाने के पीछे कुछ लोगों के मनोवैज्ञानिक कारण भी होते हैं। आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि जब वो खाने के बाद मीठा खाते हैं तो उनका मूड बेहतर हो जाता है। मीठा ऐसे लोगों को खुश, शांत और तनावमुक्त महसूस करवाता है।
-शरीर में पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से भी व्यक्ति को शुगर की क्रेविंग होने लगती है।
-चीनी में कैलोरी के अतिरिक्त सोडियम और पोटैशियम की मात्रा होती है। यदि किसी व्यक्ति का मीठा खाने का मन करता है, तो उसमें चीनी या गुड़ की मात्रा अवश्य होगी। इसका मतलब है आपके शरीर में कैलोरी और मिनरलस की आवश्यक मात्रा की पूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके कारण मीठा खाने का बार-बार मन करता रहता है।
-शरीर में पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से भी व्यक्ति को शुगर की क्रेविंग होने लगती है।
-चीनी में कैलोरी के अतिरिक्त सोडियम और पोटैशियम की मात्रा होती है। यदि किसी व्यक्ति का मीठा खाने का मन करता है, तो उसमें चीनी या गुड़ की मात्रा अवश्य होगी। इसका मतलब है आपके शरीर में कैलोरी और मिनरलस की आवश्यक मात्रा की पूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके कारण मीठा खाने का बार-बार मन करता रहता है।
-शरीर में पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से भी व्यक्ति को शुगर की क्रेविंग होने लगती है।
-चीनी में कैलोरी के अतिरिक्त सोडियम और पोटैशियम की मात्रा होती है। यदि किसी व्यक्ति का मीठा खाने का मन करता है, तो उसमें चीनी या गुड़ की मात्रा अवश्य होगी। इसका मतलब है आपके शरीर में कैलोरी और मिनरलस की आवश्यक मात्रा की पूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके कारण मीठा खाने का बार-बार मन करता रहता है।