कोरोना का नया वेरिएंट एक्सई ओमिक्रॉन से 10 गुना तेजी से फैलता है, जानें क्यों है इतना खतरनाक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ओमिक्रॉन का एक नया स्वरूप ‘एक्सई’, जो पहली बार ब्रिटेन में पाया गया है। जो कोरोना के पिछले वेरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक तेजी से फैल रहा है।
कोलकाता
पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के विजिटिंग प्रोफेसर डॉ नरेश पुरोहित ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविड-19 की तीसरी लहर खत्म हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों को यह नहीं मानना चाहिए कि महामारी पूर्ण रूप से समाप्त हो गयी है। डॉ पुरोहित ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य को देेखते हुए, विशेष रूप से ओमीक्रॉन के नए स्वरूप एक्सई चौथी लहर को बढ़ावा दे सकता है, इसलिए मास्क सहित कोरोना के अन्य दिशा-निर्देशोंं का पालन करने की विशेष जरूरत है। हाल ही में देश में कोरोना के नए स्वरूप एक्सई के संंदिग्ध मरीज के मामले में चिंता व्यक्त करते हुए प्रख्यात महामारी विज्ञानी डॉ पुरोहित ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार ओमिक्रॉन का एक नया स्वरूप ‘एक्सई’, जो पहली बार ब्रिटेन में पाया गया है। जो कोरोना के पिछले वेरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक तेजी से फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत तीसरी लहर में ओमिक्रॉन से प्रभावित रहा था, हालांकि दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले तीसरी लहर की मृत्यु दर बहुत कम थी। एक्सई स्ट्रेन ओमक्रिॉन के दोनों वेरियंट की तुलना में करीब 10 से 15 फीसदी अधिक फैलने की क्षमता रखता है। हालांकि, जन स्वास्थ्य के लिहाज से इसके असर को लेकर अभी तक अधिक जानकारी नहीं है। न ही यह पता चला है कि टीकाकरण कराने वालों में इसका क्या असर दिखाई दे सकता है? उन्होंने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य संठन ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बना हुआ है और निगरानी को कम करना जल्दबाजी होगी।
शंघाई में सामने आए 20 हजार मामले
राष्ट्रीय संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सलाहकार डॉ पुरोहित ने कहा कि कोरोना का नया एक्सई स्ट्रेन ओमिक्रॉन वेरियंट से निकले बीए.1 और बीए.2 से रीकॉम्बिनेंट है। यह एक्सई स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में 10 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है लेकिन बीए.1 की तुलना में यह 40 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। उन्होंने कहा, कुछ यूरोपीय देशों में जनवरी 2022 के मध्य में पहली बार एक्सई वेरिएंट देखा गया। ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि वहां अब तक एक्सई वेंरिएंट के 637 मामले सामने आए हैं। शंघाई एक्सडी और एक्सई वेरिएंट के 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
शुरुआत में नोटिस करें एक्सई के लक्षण
डॉ. पुरोहित ने कहा कि भारत को एक्सई के संभावित प्रकोप से बचने के लिए अच्छी तैयारी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोविड प्रतिबंधों को हटाना सही है लेकिन परीक्षण में कमी से उभरते हुए मामलों का तुरंत पता लगाने की देश की क्षमता पर असर पड़ने की संभावना है। उन्होंने चेतावनी दी कि एशिया और यूरोप के कई देशों में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। फिलहाल भारत में स्थिति नियंत्रित है, लेकिन पिछले अनुभव से संकेत मिलता है कि अगर पर्याप्त निगरानी नहीं रखी गई तो स्थिति जल्द ही नियंत्रण से बाहर हो सकती है। श्री पुरोहित ने कहा कि चौथी लहर का सामना करने के लिए हड़बड़ाने की जरुरत नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है।