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हाईकोर्ट में 126 जजों की नियुक्ति, 54 नाम अभी भी सरकार के पास लंबित : CJI रमना

सीजेआई ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की कान्फ्रेंस में कहा कि मेरे पदभार संभालने के बाद से कोलेजियम ने 180 लोगों के नामों की सिफारिश जज बनाने के लिए की.

 

CJI रमना ने कहा, जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज करें

नई दिल्ली: 

देश के चीफ जस्टिस एनवी रमना (Chief Justice NV Ramana)ने सभी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से एक बार फिर कहा कि जजों के खाली पदों की भर्ती (Judges Appointment) के लिए हाईकोर्ट कॉलेजियम जल्दी से जल्दी उपयुक्त नामों की सिफारिश भेजे ताकि समय रहते रिक्तियां भरी जा सकें. CJI रमना ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही सभी चीफ जस्टिस को भेजे पत्र और वीडियो कान्फ्रेंस की याद दिलाते हुए कहा कि तब भी आप लोगों से अपील की गई थी कि जजों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया तेज की जाए. न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए नाम भेजने के लिए सामाजिक विविधता का ध्यान भी रखें.  कुछ हाईकोर्ट ने तो बहुत जबरदस्त काम किया. सबके सामूहिक प्रयास का ही असर है कि साल भर के भीतर 126 जजों की विभिन्न हाईकोर्ट में नियुक्ति संभव हो पाई. 50 और जजों की नियुक्ति जल्दी ही होने वाली है.

सुप्रीम कोर्ट को 9 जज एक साथ मिले और दस हाईकोर्ट में नए चीफ जस्टिस मिले.सीजेआई ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की कान्फ्रेंस में कहा कि मेरे पदभार संभालने के बाद से कोलेजियम ने 180 लोगों के नामों की सिफारिश जज बनाने के लिए की.इनमें से 126 नियुक्तियां हो चुकी हैं. बाकी 54 नामों के प्रस्ताव सरकार के पास लंबित हैं. हाई कोर्ट कॉलेजियम से करीब 100 नामों के प्रस्ताव सरकार तक आए हैं. हमें देश भर की अदालतों में इलेक्ट्रॉनिक और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राथमिकता के आधार मजबूत करना है.

इसके साथ ही जिला अदालतों में स्टाफ की कमी दूर करने के लिए भी कदम उठाए जाएं. सांस्थानिक और कानूनी सुधारों पर भी हमारा जोर हो. हाईकोर्ट में जजों के खाली पदों को भविष्य में भी समय रहते ही भरने का एक सिस्टम बनाया जाए. नियुक्ति के अलावा जजों के रिटायरमेंट के बाद में मिलने वाले लाभ के लिए भी सिस्टम विकसित किया जाए.

 

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