“धार्मिक भावनाओं का करें सम्मान, संविधान को रखें सर्वोच्च”: हिजाब विवाद पर मनोज सिन्हा

कर्नाटक हिजाब विवाद पर सिन्हा ने कहा, “मुझे दो चीजों के बारे में बात करनी है- धार्मिक भावनाओं का सम्मान और भारतीय संविधान को सर्वोच्च रखना. हर नागरिक को इन दोनों बातों का ध्यान रखना चाहिए.”
मनोज सिन्हा ने कहा कि परिसीमन आयोग पर उन्हें विश्वास है
जम्मू:
कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब विवाद (Hijab Controversy) के बीच जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने शनिवार को कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को दूसरों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और संविधान को सर्वोपरि रखना चाहिए. उन्होंने परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के बारे में किसी भी आशंका को दूर करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि कोई गलती नहीं होगी, क्योंकि भारत का निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक निकाय है जो पारदर्शी एवं वैज्ञानिक तरीके से काम करता है.
एक संवाददाता सम्मेलन में कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद को लेकर सवाल पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा, “मुझे दो चीजों के बारे में बात करनी है- धार्मिक भावनाओं का सम्मान और भारतीय संविधान को सर्वोच्च रखना. देश के हर नागरिक को इन दोनों बातों का ध्यान रखना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और इसलिए, “इस मुद्दे पर इतना कहना ही मेरे लिए पर्याप्त है.”
उन्होंने श्रीनगर में एक महिला पर हुए तेजाब हमले का जिक्र करते हुए कहा, “हमने पीड़ित महिला के इलाज के सारे इंतजाम कर लिए हैं. पीड़िता चेन्नई के एक अस्पताल में है और हमारा एक वरिष्ठ अधिकारी भी वहां है. मुझे उनके स्वास्थ्य के बारे में दैनिक अपडेट मिल रहा है.”
उपराज्यपाल ने कहा कि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.