बच्चियों की लाशों को घर में गुड़िया की तरह रखने वाला 55 वर्षीय कैदी अब करना चाहता है शादी, जानिए पूरी कहानी

पुलिस की पूछताछ के दौरान एंटोली मास्कविन ने खुद को पेशेवर इतिहासकार बताया था।
हम सभी को घर का ड्राइंग रूम सजाने का शौक होता है। तकरीबन सभी चाहते हैं ड्राइंग रूम अच्छा दिखे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक शख्स ऐसा भी था, जो कब्र से बच्चियों के शव निकालकर लाता था और उन्हें गुड़िया की तरह सजाकर ड्राइंग रूम में रख देता था। इन संदिग्ध गतिविधियों के चलते जब शख्स की घर की तलाशी ली गई तो वहां 26 लाशें मिली थी। इन सभी बच्चियों की उम्र तीन से बारह साल के बीच थी।
यह घटना साल 2011 की रूस के निज़नी नोवगोरोड (Nizhny Novgorod) शहर की है। लेकिन घटना सुखियों में अब इसलिए है, क्योंकि मामले में सजायाफ्ता शख्स ने रिहाई की मांग की है। साथ ही कहा है कि वह शादी करना चाहता है और मास्को में बसना चाहता है। लेकिन अब आपको बताते हैं कि आखिर उस वक्त इस मामले में क्या हुआ था?
दरअसल, इस डरावनी हरकत को अंजाम देने वाला शख्स जब पकड़ा गया तो उसने पूछताछ में बताया कि उसे विश्वास था कि वह बच्चियों को जिंदा कर देगा। इसीलिए वह इन लाशों को कब्र से निकालकर अपने घर ले आया था। इसके बाद उन्हें सजाकर सोफे में बैठा दिया था। शख्स का नाम एंटोली मास्कविन है, जिसे बाद में ग्रेव रॉबर एंटोली मास्कविन (Grave Robber Anatoly Moskvin) के नाम से जाना गया। मामले में पुलिस ने बताया था कि वह किसी गंभीर मानसिक बीमारी से पीड़ित है।
रूह कंपा देने वाली घटना को अंजाम देने वाले शख्स को लम्बे समय तक मनोवैज्ञानिकों के बीच रखा गया, लेकिन हर बार वह अपने पहले दावे को ही दोहराता रहा। इसके बाद उस पर कब्रों की पवित्रता को भंग करने का केस चला और रूस के पैनल कोड की धारा 244 के तहत उसे सजा सुना दी गई। आदेशानुसार उसे एक मेंटल हॉस्पिटल में रख दिया गया था।
इस शख्स की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस ने एक वीडियो भी सार्वजानिक तौर पर जारी किया था, जिसमें यह दिख रहा था कि बच्चियों की लाशें गुड़िया की तरह सजाकर सोफे पर रखी गई थी। फिलहाल, ग्रेव रॉबर एंटोली मास्कविन की उम्र 55 की है और शादी करने की इच्छा जताते हुए उसने रिहाई की मांग की है।