सेहत से भरपूर होते हैं Sprout, शुगर को भी करते हैं कंट्रोल, मूंग-सोयाबीन को ऐसे बनाएं सुपर हेल्दी

अगर आप भी सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो हर रोज अपने खाने में स्प्राउट्स को किसी भी रूप में जरूर शामिल करें. अंकुरित अनाज में विटामिन बी, सी, ए और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. इसे खाने से प्रोटीन की कमी नहीं होती, इसलिए स्प्राउट्स को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है.
भारतीय घरों में अंकुरित अनाज यानी स्प्राउट्स खाने की परंपरा सदियों पुरानी रही है. सुबह या शाम के नाश्ते के रूप में इसे खाना बेहद फायदेमंद होता है. अनाज के अंकुरण की प्रक्रिया में बीज का एंटीऑक्सीडेंट लेवल काफी बढ़ जाता है, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में बॉडी की मदद करता है. अगर आप भी सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो हर रोज अपने खाने में स्प्राउट्स को किसी भी रूप में जरूर शामिल करें. अंकुरित अनाज में विटामिन बी, सी, ए और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. इसे खाने से प्रोटीन की कमी नहीं होती, इसलिए स्प्राउट्स को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है.
शुगर लेवल को करता है कंट्रोल: स्प्राउट्स में कैल्शियम, आयरन और जिंक भरपूर मात्रा में होता है, जो बढ़ती उम्र के निशानों को कम करता है. इसे खाने से मेटाबॉलिज्म सही होता है और पेट साफ रहता है. साथ ही कई हेल्दी स्प्राउट्स से ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
अंकुरित मेथी: डायबिटीज पेशेंट अगर मेथी के बीजों को अंकुरित करके खाएं, तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जायेंगे. इसे खाने से ब्लड शुगर तो कम होता ही है, साथ ही ये फाइबर का भी अच्छा सोर्स है. यह पाचन क्रिया को सही कर इंसुलिन को रंगुलेट करने में मदद करता है.
अंकुरित मूंग: डायबिटीज में अंकुरित मूंग खाना बहुत फायदेमंद है. मूंग में विटेक्सीन और आइसोविटेक्सीन एंटीऑक्सीडेंट्स पाये जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को सही कर इंसुलिन को अधिक प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करते हैं. साथ ही अंकुरित मूंग में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है. इससे पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या भी दूर हो जाती है. इसे रोजाना खाने से भूख भी खुलकर लगती है.
अंकुरित कुलथी: कुलथी की दाल पथरी की बीमारी में फायदेमंद है, लेकिन अगर डायबिटीज में इसे अंकुरित कर खाया जाये तो यह आपको एक साथ कई बीमारियों से बचा सकता है. इसे खाने से कब्ज, एसिडिटी और अपच की समस्या दूर होती है. दरअसल, यह जटिल फाइबर से भरपूर है, जो फैट सहित शरीर के तमाम वेस्ट को बाहर निकालने में मदद करता है. इससे कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है.
अंकुरित सोयाबीन: अंकुरित सोयाबीन में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स और फाइटोएस्ट्रोजन्स होते हैं, जो कि पेट के साथ दिल के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैट्स बैड कलेस्ट्रॉल को कम करके कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं. इसे खाने से दिन भर शुगर कंट्रोल में रहता है.
अंकुरित चना : डायबिटीज के मरीज अगर इसे रोज खाएं तो उनका ब्लड शुगर लेवल सही रहेगा और शरीर की कमजोरी भी दूर होगी.
ब्रोकली और ब्रसेल्स स्प्राउट : इन दिनों ब्रोकली स्प्राउट्स और ब्रसल्स यानी बंदगोभी के स्प्राउट्स का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है. ब्रोकली और बंदगोभी के बीज के अंकुरण के बाद जब इनके पौधे 4-5 दिन के हो जाते हैं तो इनका इस्तेमाल स्प्राउट्स के तौर पर किया जाता है. विटामिन्स और फाइबर से भरपूर इन स्प्राउट्स का सेवन करने वालों का दिल हमेशा स्वस्थ रहता है. ब्रसेल्स स्प्राउट्स कैंसर को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार एंजाइमों को ब्लॉक करके ट्यूमर के विकास को रोकने सहायक है.
Posted by: Pritish Sahay