राफेल डील पर पार्टी के नेताओं से बोले राहुल गांधी,भ्रष्ट केंद्र सरकार से लड़ते रहो

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अपनी पार्टी के सहयोगियों से कहा कि वे ‘भ्रष्ट’ केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ने से न तो डरे और नहीं रुकें क्योंकि हर कदम पर सच्चाई उनके साथ है। राहुल गांधी का यह राफल सौदे को लेकर फ्रेंच पोर्टल मीडियापार्ट की एक रिपोर्ट के बाद आया है।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस शुरू से ही केंद्र सरकार पर हमलावर है और सौदे में भारी अनियमितताओं का आरोप लगा चुकी है। कांग्रेस का आरोप है कि मौजूदा सरकार ने यूपीए सरकार की ओर की ओर से सौदे के लिए अंतिम रूप दिए 526 करोड़ रुपए के मुकाबले प्रत्येक विमान को खरीदने के लिए 1670 करोड़ रुपए दे रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस ने सौदे और कथित भ्रष्टाचार को लेकर कई सवाल उठाए थे, लेकिन सरकार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।
दरअसल, फ्रेंच पब्लिकेशन मीडियापार्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस डील के लिए डसॉल्ट एविएशन ने सुशेन गुप्ता नाम के बिचौलिए को 7.5 मिलियन यूरो यानी 65 करोड़ रुपए घूस दिए थे। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘जब पग-पग पर सत्य साथ है, तो फ़िक्र की क्या बात है? मेरे कांग्रेस साथियों- भ्रष्ट केंद्र सरकार के खिलाफ ऐसे ही लड़ते रहो। रुको मत, थको मत, डरो मत!’ इसके साथ ही राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में राफेल स्कैम हैशटैग का भी इस्तेमाल किया है। राफेल को लेकर मीडियापार्ट ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि दसॉल्ट एविएशन ने साल 2007 और 2012 के बीच मॉरीशस में बिचौलिए को रिश्वक का भुगतान किया।
मीडियापार्ट ने जुलाई में रिपोर्ट दी थी कि 36 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति के लिए भारत के साथ 59,000 करोड़ रुपए के इंटर-गौरमेंटल सौदे में संदिग्ध भ्रष्टाचार और पक्षपात की संवेदनशील न्यायिक जांच का नेतृत्व करने के लिए एक फ्रांसीसी न्यायाधीश की नियुक्ति की गई है। केंद्र की एनडीए सरकार ने 23 सितंबर, 2016 को भारतीय वायु सेना के लिए दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल जेट खरीदने का सौदा किया था।