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ममता बनर्जी ने कहा- अपने घर पर खुद ही बम फेंकते हैं बीजेपी के नेता, कार्यकर्ता की मौत पर दिया जवाब

भवानीपुर

पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूछा है कि सीपीएम के खिलाफ कभी सीबीआई या ईडी की जांच क्यों नहीं हुई? केंद्र सरकार पर एक बार फिर पेगासस से जासूसी का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने बीजेपी कार्यकर्ता की मौत को लेकर घर के बाहर हुए प्रदर्शन पर भी जवाब दिया है।

भवानीपुर में चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा, ”सीपीएम ने इतने अन्याय किए हैं, क्या कभी उनके खिलाफ एक भी सीबीआई या ईडी केस है? हमारी पार्टी जो इतनी बहादुरी से लड़ी, उसे नहीं छोड़ा जा रहा है। हमारे फोन को पेगासस से ट्रैक किया जा रहा है।”

ममता बनर्जी ने कहा, ”बीजेपी बेहद हिंसक, क्रूर और हत्यारी है। वे हर दिन गुंडागर्दी कर रहे हैं। वे अपने ही घर पर बम फेंक लेते हैं और कहते हैं कि उन पर हमला हो रहा है। कौन तुम पर हमला करेगा? हम तुम्हें छूने पर भी शर्मिंदा होंगे। टीएमसी गुंडों की पार्टी नहीं है।”

ममता ने बीजेपी कार्यकर्ता की मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा, ”मैंने सुना है कि इलेक्शन के कई महीने बाद बीजेपी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है। इस तरह की मौतें हमेशा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वे शव लेकर मेरे घर के पास आए। असम में NRC को लेकर कई लोगों को मौत हो गई। क्या आपको कोई शर्म नहीं है। बीजेपी शासन में कानून का राज नहीं है।

सुकांता मजूमदार, प्रियंका टिबरेवाल के खिलाफ प्राथमिक

पश्चिम बंगाल में कोलकाता पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार, पार्टी की भवानीपुर उपचुनाव प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल और दो सांसदों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। ये गुरुवार को कालीघाट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास एक पार्टी कार्यकर्ता के शव के साथ जुलूस निकाल रहे थे।

कई धाराएं लगाईं

कालीघाटी पुलिस थाने में श्री मजूमदार और अजुर्न सिंह, ज्योतिर्मय सिंह महतो और प्रियंका टिबेरवाल सहित अन्य पाटीर् नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 143, 147 और 283 के तहत मामला दर्ज किया है। जिसमें गैर कानूनी तौर पर एकत्रित होना, दंगे, रास्ते रोकना और सरकारी कर्मचारी को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग करना जैसी धारा शामिल हैं।

क्या हुआ था?

राज्य के पार्टी अध्यक्ष मजूमदार के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता धूर्जती साहा के शव के साथ जुलूस निकालने पर कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा रोके जाने पर कल भाजपा समर्थकों और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई थी। भाजपा कार्यकतार्ओं का जुलूस कालीघाट श्मशान घाट की ओर जा रहा था, जिसने हरीश चटर्जी स्ट्रीट का चक्कर लगाया और पुलिसकर्मियों ने तुरंत शव के साथ जुलूस को घेर लिया। इस पर भाजपा समर्थकों ने सत्तारूढ़ पाटीर् के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। भाजपा सांसद अजुर्न सिंह और भवानीपुर उपचुनाव की पाटीर् उम्मीदवार प्रियंका टिबेरवाल ने पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया।

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