70 साल में जो भी देश की पूंजी बनी, उसे मोदी सरकार ने बेचने का निर्णय ले लिया: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा है कि 70 साल में जो भी देश की पूंजी बनी, मोदी सरकार ने उसे बेचने का काम किया है. रेलवे को निजी हाथों में बेच दिया जा रहा है. पीएम सबकुछ बेच रहे हैं.
मोदी सरकार जिस रास्ते पर चल रही है उससे आने वाले समय में युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा
राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस करके मोदी सरकार पर हमला बोला है राहुल गाँधी ने कहा कि बीजेपी और पीएम मोदी कहते हैं कि पिछले 70 सालों में कुछ नहीं हुआ। लेकिन कल, वित्त मंत्री ने पिछले 70 वर्षों में बनाई गई संपत्ति को बेचने का फैसला किया।नरेंद्र मोदी और भाजपा का एक नारा था कि ’70 साल में कुछ नहीं हुआ’ और कल वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी उसे बेचने का फैसला ले लिया है, मतलब प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया, सारे के सारे निजीकरण एकाधिकार बनाने के लिए किए जा रहे हैं। पावर, टेलीकॉम, वेयर हाउसिंग, माइनिंग, एयरपोर्ट, पोर्ट्स ये सब एकाधिकार बनाने के लिए किया जा रहा है। आप जानते हो पोर्ट्स किसके हाथ में हैं, एयरपोर्ट किसको मिल रहे हैं .सड़क मार्ग, रेलवे, बिजली क्षेत्र, पेट्रोलियम पाइप लाइन, टेलिकॉम, वेयरहाउसिंग, खनन, एयरपोर्ट, पोर्ट, स्टेडियम ये सब किसको जा रहा है? इन सबको बनाने में 70 साल लगे हैं। ये तीन-चार लोगों को दिया जा रहा है, आपका भविष्य बेचा जा रहा है। तीन-चार लोगों को तोहफे में दिया जा रहा है।
- मोदी सरकार जिस रास्ते पर चल रही है उससे आने वाले समय में युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा।
- देश में पिछले 70 सालों में जितने ऐसेट्स बने हैं सरकार उन सबको 3-4 पूंजीपतियों को देना चाह रही है।
- सिर्फ 3-4 पूंजीपति मित्रों को गिफ्ट दे रही है सरकार।
- BSNL के टावर भी बेचे जा रहे हैं
- मोदी सरकारी देश की सम्पत्ति बेच रही है।
- नरेंद्र मोदी जी अपने 2-3 पूंजीपति मित्रों के सहारे हिंदुस्तान के युवाओं पर आक्रमण कर रहे हैं।
- जैसे-जैसे सरकार निजी हाथों में सरकारी संपत्तियों को बेचेगी, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खत्म होते चले जाएंगे।
- जनता के खून पसीने की कमाई से बनी सरकारी संपत्तियों को मोदी सरकार अपने चार पांच पूंजीपति मित्रों को सौंप रही है।
- मोदी सरकार सरकारी देश की सम्पत्ति बेच रही है।
- मोदी सरकार ने पहले कोरोना काल में युवाओं से रोजगार छीना। युवाओं की मदद नहीं की।
- फिर काले कृषि कानून लाकर किसानों को बर्बाद करने की साजिश रची।