हेल्थ

सावन में मीठे व्रत रख रहीं हैं, तो जानिए क्या होता है जब आप पूरा दिन नमक नहीं खातीं

सावन का महिना शुरू हो चुका है और धार्मिक दृष्टि से यह महीना काफी शुभ माना जाता है। इस महीने हर सोमवार को व्रत रखने की प्रथा सालों से चली आ रही है। अगर आप भी सावन के मीठे व्रत रखने का सोच रहीं हैं, तो आपको कुछ बातें जानना ज़रूरी है। क्योंकि, व्रत रखने के साथ – साथ अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है।

सावन के व्रत कुछ मीठा खा कर ही रखे जाते हैं। मगर, क्या आपके स्वास्थ्य के लिए पूरे दिन नमक का सेवन न करना ठीक है? नमक ज्यादा नहीं खाना चाहिए यह हम सभी को पता है। परंतु क्या इसे बिल्कुल छोड़ देना आपके स्वास्थ्य के लिए सही है? आइये पता करते हैं –

नमक क्या है?

सोडियम नमक का एक महत्वपूर्ण घटक है और मुख्य तौर पर एक इलेक्ट्रोलाइट है, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। शरीर में सोडियम को अधिक मात्रा हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनती है। इसलिए इसका सेवन नियंत्रित मात्रा में ही करना चाहिए। विशेषज्ञ प्रति दिन 2,300 मिलीग्राम से कम नमक खाने की सलाह देते हैं। हालांकि, बहुत अधिक सोडियम समस्याओं का कारण बनता है, लेकिन बहुत कम खाना उतना ही अनहेल्दी हो सकता है।

 

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यहां हैं पूरा दिन नमक न खाने के कुछ जोखिम

1. इंसुलिन प्रतिरोध में वृद्धि

पूरे दिन नमक नहीं खाने से आपके ब्लड शुगर लेवल में उतार – चढ़ाव आ सकता है। अगर आपको डायबिटीज नहीं है, तो आपके शरीर में इन्सुलिन प्रतिरोध में वृद्धि हो सकती है। जिसकी वजह से ह्रदय स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। नमक न लेने से आपका ब्लड प्रेशर भी काफी लो हो सकता है।

2. हृदय स्वास्थ्य को कोई फायदा नहीं होता

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कम नमक आहार दिल के दौरे या स्ट्रोक से मृत्यु के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। एनसीबीआई द्वारा किये गये एक अध्ययन में पाया गया है कि लगातार कई दिनों तक 2,300 मिलीग्राम से कम सोडियम हृदय रोग से मरने के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक शामिल हैं।

3. डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरा

अगर आपको डायबिटीज है तो व्रत रखना आप पर भारी पढ़ सकता है। ऐसा इसलिए, क्योकि अचानक से आपके शरीर में नमक की कमी हो जाती है। जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता है। टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में कम सोडियम आहार पर मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, इस पर और अध्ययन किए जाने की जरूरत है।

 

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4. हाइपोनेट्रेमिया का खतरा

हाइपोनेट्रेमिया एक ऐसी स्थिति है जो रक्त में सोडियम के निम्न स्तर के कारण होती है। कम नमक खाने से इस स्थिति का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षण डिहाइड्रेशन के कारण होने वाले लक्षणों के समान हैं। गंभीर मामलों में, मस्तिष्क सूज सकता है, जिससे सिरदर्द, दौरे, कोमा और यहां तक ​​कि मृत्यु भी हो सकती है।

सेंधा नमक हो सकता है विकल्प

न्यूट्री हब की डायटीशियन अंशिका सक्सैना कहती हैं, “अगर आप धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यताओं के चलते उपवास में नमक नहीं खाना चाहती हैं, तो कई अन्य नमक इसका विकल्प बन सकते हैं। पिंक सॉल्ट, काला नमक, सेंधा नमक या लाहौरी नमक कई ऐसे नमक हैं, जिनका लोग उपवास में सेवन कर सकते हैं। आप अगर दिन भर नमक नहीं भी खाना चाहती हैं, तो रात के खाने में नमक जरूर लें। “

इसलिए, व्रत रखने से पहले इन सभी जोखिम का ध्यान रखें! क्योकि स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है।

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