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बिहार में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, आज फिर एक दिन के नये केस का बना रिकार्ड, लगातार तीसरे दिन 12000 से अधिक मरीज

बिहार में कोरोना 9Bihar me Cororna) संक्रमण तेजी से बढ़ने के साथ ही गंभीर कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ गयी है. सरकारी आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं. हर रोज नये मामले और मौत की संख्या बढ़ रही है. रविवार को भी राज्य में 12,795 नये संक्रमित मिले, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है. यह लगतार तीसरा दिन है, जब प्रदेश में 12 हजार से अधिक नये कसे मिले हैं.

वहीं, 98,763 सैंपलों की जांच की गयी. 20 अप्रैल के बाद पहली बार है, जब जांच एक लाख से कम हुई है. इस तरह राज्य में संक्रमण दर बढ़ कर 12.95% तक पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 1848, गया में 1340, भागलपुर में 681, औरंगाबाद में 682, बेगूसराय में 525 और समस्तीपुर में 438 नये कोरोना संक्रमित पाये गये, जबकि अन्य जिलों में नये संक्रमितों की संख्या इससे कम थी.

बिहार में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दी जाने वाली रेमेडेसीवीर (Remdesivir) अभी तक उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इसमें खास बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से जो बिहार को 24 हजार के लगभग रेमेडेसीवीर का आवंटन किया गया था. वह अभी तक बिहार को नहीं मिल पाया है. बाजार में उपलब्ध दवा को ड्रग्स कंट्रोलर के माध्यम से लोगों को दवा देने की बात कही जा रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि दवा का आवंटन होने के बाद भी मरीजों को यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि उन्हें रेमेडेसीवर का आवंटन किया गया है या नहीं?

इसको लेकर रविवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक ने बताया कि इसके लिए और पारदर्शी व्यवस्था बना कर या फोन कर मरीज के परिजनों को यह जानकारी दी जायेगी कि उनके लिए दवा का आवंटन कर दिया गया है. विभाग अपनी वेबसाइट पर भी प्रतिदिन रेमेडेसीवर आवंटित मरीजों के नाम भी सार्वजनिक करेगा.

बिहार में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दी जाने वाली रेमेडेसीवीर (Remdesivir) अभी तक उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इसमें खास बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से जो बिहार को 24 हजार के लगभग रेमेडेसीवीर का आवंटन किया गया था. वह अभी तक बिहार को नहीं मिल पाया है. बाजार में उपलब्ध दवा को ड्रग्स कंट्रोलर के माध्यम से लोगों को दवा देने की बात कही जा रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि दवा का आवंटन होने के बाद भी मरीजों को यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि उन्हें रेमेडेसीवर का आवंटन किया गया है या नहीं?

इसको लेकर रविवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक ने बताया कि इसके लिए और पारदर्शी व्यवस्था बना कर या फोन कर मरीज के परिजनों को यह जानकारी दी जायेगी कि उनके लिए दवा का आवंटन कर दिया गया है. विभाग अपनी वेबसाइट पर भी प्रतिदिन रेमेडेसीवर आवंटित मरीजों के नाम भी सार्वजनिक करेगा.

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