अगले 7 दिन बरसेगी शिव कृपा, कब है सावन सोमवार, प्रदोष, शिवरात्रि, मंगला गौरी पूजा? देखें सप्ताह के व्रत-त्योहार !

जुलाई का दूसरा सप्ताह आज 9 जुलाई रविवार से शुरू हुआ है. इन 7 दिनों में शिव कृपा बरसेगी क्योंकि इसमें सावन का पहला सोमवार व्रत आ रहा है. इसमें सावन शिवरात्रि, श्रावण का पहला प्रदोष, मंगला गौरी व्रत भी है. कामिका एकादशी का व्रत गुरुवार को है. जानते हैं जुलाई के दूसरे सप्ताह के प्रमुख व्रत और त्योहार.
जुलाई का दूसरा सप्ताह आज 9 जुलाई रविवार से शुरू हुआ है. यह सप्ताह 9 जुलाई से 15 जुलाई तक है. इन 7 दिनों में शिव कृपा बरसेगी क्योंकि इसमें सावन का पहला सोमवार व्रत आ रहा है. इसके अलावा सावन शिवरात्रि और श्रावण का पहला प्रदोष व्रत भी है. मंगलवार को सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत होगा. इसके अलावा भगवान विष्णु की कृपा गुरुवार को एकादशी के दिन बरसेगी. इस सप्ताह में कामिका एकादशी भी है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं जुलाई के दूसरे सप्ताह के प्रमुख व्रत और त्योहार.
जुलाई 2023 दूसरे सप्ताह के व्रत-त्योहार
10 जुलाई, दिन-सोमवार: पहला सावन सोमवार व्रत
सावन सोमवार व्रत 2023: सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को है. इस दिन पंचक लगा है. सुबह से ही शिव पूजा का मुहूर्त बना है. सावन सोमवार व्रत और शिव पूजा करने से मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है. आपको जीवन में जो भी पाने की चाह हो, उसकी पूर्ति के लिए सावन सोमवार व्रत रख सकते हैं. जो लोग 16 सोमवार व्रत करना चाहते हैं, उनको सावन सोमवार से इसका प्रारंभ करना चाहिए.
11 जुलाई, दिन-मंगलवार: सावन मंगला गौरी व्रत
मंगला गौरी व्रत 2023: सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत 11 जुलाई को है. इससे पहले 4 जुलाई को जब श्रावण मास शुरू हुआ था तो उस दिन सावन का पहला मंगला गौरी व्रत था. सुखी दांपत्य, अखंड सौभाग्य और संतान सुख के लिए मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. इस दिन माता गौरी, गणेश जी और भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं.
13 जुलाई, दिन-गुरुवार: कामिका एकादशी
कामिका एकादशी 2023: श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी व्रत रखते हैं. इस साल कामिका एकादशी 13 जुलाई को है. इस दिन गुरुवार है. कामिका एकादशी व्रत करने से व्यक्ति विष्णु कृपा से मोक्ष प्राप्त करता है. वह पाप मुक्त हो जाता है. इस व्रत को करने से तीर्थों में स्नान के बराबर पुण्य मिलता है.
14 जुलाई, दिन-शुक्रवार: सावन शुक्र प्रदोष व्रत
सावन प्रदोष व्रत: सावन का पहला प्रदोष व्रत 14 जुलाई शुक्रवार को है. प्रदोष शिव पूजा का मुहूर्त शाम 07 बजकर 21 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 24 मिनट तक है. इस व्रत को करने से दुख और दोष दूर होते हैं. शिव जी के आशीर्वाद से संकट मिटते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. जीवन सुख और समृद्धि से भर जाता है.
सावन शिवरात्रि 2023: इस साल सावन शिवरात्रि 15 जुलाई को है. सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि मनाई जाती है. इस साल सावन शिवरात्रि दो बार है. एक सावन शिवरात्रि और दूसरी सावन अधिक मास की शिवरात्रि. सावन शिवरात्रि की निशिता पूजा का मुहूर्त रात 12 बजकर 07 मिनट से देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक है.