बिहार बंद : चुनाव आयोग के खिलाफ विपक्ष का चक्काजाम, पटना से मधुबनी तक रेलवे ट्रैक पर उतरे कार्यकर्ता

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पटना
बिहार में बुधवार को विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) कार्यक्रम के खिलाफ प्रदेशव्यापी ‘बिहार बंद’ का आह्वान किया। इस बंद को इमारत-ए-शरिया, राजद, कांग्रेस, वाम दलों और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव का भी समर्थन मिला है।
पटना और जहानाबाद में रेलवे ट्रैक जाम:
पटना के सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे सांसद पप्पू यादव ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा:
“हम चुनाव आयोग को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने देश के गरीब लोगों की जिंदगी बर्बाद कर दी है.
” राजद के नेतृत्व में सड़क और रेल यातायात प्रभावित: पटना में राजद कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन महागठबंधन द्वारा आहूत बिहार बंद का हिस्सा है। एक राजद कार्यकर्ता ने कहा: “तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के नेतृत्व में हम चुनाव आयोग और मोदी सरकार की लोकतंत्र विरोधी चालों के खिलाफ एकजुट हैं।”
मधुबनी में ट्रेनें रोकीं:
मधुबनी के परसा हॉल्ट (दरभंगा-सुपौल रेलखंड) पर भी बिहार बंद का व्यापक असर देखा गया। राजद समर्थकों ने ट्रेनों को रोका और जमकर नारेबाजी की।
इंडिया गठबंधन की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा:
“चुनाव आयोग के फैसले बिहार की जनता के साथ अन्याय हैं। हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
” राजनीतिक संदेश साफ:
यह आंदोलन सिर्फ मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया पर सवाल नहीं उठा रहा, बल्कि यह साफ संकेत है कि विपक्ष 2025 के चुनाव से पहले चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर बड़ा मुद्दा बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है।