गुजरात: आप-कांग्रेस विधायकों को किया गया नजरबंद, पीट-पीटकर मारे गए जनजातीय लोगों को श्रद्धांजलि देने जा रहे थे

पिछले सप्ताह नर्मदा जिले में दो आदिवासी समुदाय के लोगों की पीट-पीटकर हत्या की गई थी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस विधायकों को मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए केवड़िया जाना था। पुलिस ने दोनों को नजरबंद कर दिया।
अहमदाबाद
गुजरात के नर्मदा जिले में एक आम आदमी पार्टी विधायक और एक कांग्रेस विधायक को उनके घर में नजरबंद कर लिया गया। दरअसल, पिछले सप्ताह नर्मदा जिले में दो आदिवासी समुदाय के लोगों की पीट-पीटकर हत्या की गई थी। अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस विधायकों को मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास केवड़िया की ओर जाना था। बताया गया है कि दोनों विधायकों के समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने केवड़िया में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी थी।
छह अगस्त को हुई थी जनजातीय लोगों की हत्या
आपको बता दें कि बीते छह अगस्त को छह लोगों के एक समूह ने आदिवासी समुदाय के दो लोगों जयेश ताडवी और संजय ताडवी को पीट-पीटकर मार डाला था। दोनों पर केवड़िया में निर्माणाधीन जनजातीय संग्रहालय में चोरी का संदेह था। इस मारपीट में जयेश की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके अलावा संजय को गंभीर चोट आई थी। आठ अगस्त को राजपिपला के सरकारी अस्पताल में संजय की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
श्रद्धांजलि सभा की अनुमति नहीं दी गई थी- पुलिस
देदियापाड़ा विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी विधायक चैतर वसावा और कांग्रेस विधायक अनंत पटेल ने श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए केवड़िया जाने की योजना बनाई थी। उधर, पुलिस का कहना है कि केवड़िया में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी। नर्मदा जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुंबे का कहना है कि वसावा को बोगज गांव में स्थित उनके घर में ही नजरबंद किया गया है। पुलिस कंट्रोल रूम के एक अधिकारी ने बताया कि बोगज गांव में पांच अन्य लोगों को भी घर में नजरबंद किया गया है। इसके अलावा 58 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
कांग्रेस विधायक आनंद पटेल ने क्या कहा?
उधर, वांसदा से कांग्रेस विधायक आनंद पटेल ने भी दावा किया है कि उनके खिलाफ भी पुलिस ने ऐसी ही कार्रवाई की है। सोशल मीडिया मंच एक्स पर दावा किया गया, ‘जनजातीय विधायक अनंत पटेल को केवड़िया जाने से रोका गया है। वे मारे गए जनजातीय लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने जा रहे थे। उनको हिरासत में लेकर उनके घर में नजरबंद कर लिया गया है। हम अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे।’