किसान आंदोलन:सड़कों पर उतरे किसान, तो पंजाब में खत्म होने लगा डीजल और गैस, बढ़ सकती हैं लोगों की मुश्किलें

किसान आंदोलन की वजह से पंजाब की तरफ जाने वाले डीजल और गैस में लगभग 50 प्रतिशत डीजल और 20 प्रतिशत गैस की कमी हो गई है. यही हालात बने रहे, तो अगले कुछ दिनों में प्रदेश के लोगों को डीजल और गैस की समस्या से जूझना पड़ सकता है.
चंडीगढ़.
किसान आंदोलन की वजह से पंजाब में डीजल और गैस की किल्लत होने लगी है क्योंकि सड़कों पर प्रदर्शन के कारण गाड़ियां उधर नहीं जा रही हैं. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सोमवार की तुलना में मंगलवार को पंजाब में लगभग 50 प्रतिशत डीजल और 20 प्रतिशत गैस कम पहुंची है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश के लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है.
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के वास्ते कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे. सोमवार को केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान प्रतिनिधियों की वार्ता विफल रही थी.
किसानों ने बेरिकेड हटाने का प्रयास किया, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
दूसरी ओर, किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. शंभू सीमा के पास उस समय अव्यवस्था की स्थिति बन गई, जब किसानों ने सीमेंट से बने अवरोधक हटाने के लिए ट्रैक्टर इस्तेमाल किए. ये अवरोधक प्रदर्शनकारी किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए घग्गर नदी पुल पर हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेड के हिस्से के रूप में रखे गए थे.
हरियाणा पुलिस ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, “प्रदर्शनकारियों द्वारा हरियाणा पुलिस पर पथराव किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए.” प्रवक्ता ने कहा, “किसी को भी अशांति फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.”