क्राइम
पानी सप्लाई करने वाले को दिल दे बैठी 16 साल की लड़की, एक दिन नींद खुली तो दुनिया गई थी उजड़

दिल्ली के भलस्वा डेयरी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां 9वीं की छात्रा को पानी के कैंपर सप्लाई करने वाले युवक से प्यार करना भारी पड़ गया. शादी का झांसा देकर आरोपी विकास ने किशोरी का अपहरण किया और उसे जहांगीरपुरी के एक फ्लैट में रखकर उसके साथ कई बार संबंध बनाया. पुलिस जब फ्लैट पर पहुंची तो पीड़िता की आपबीती सुनकर पुलिस भी दंग रह गई. अब आरोपी पर पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. जानिए भरोसे के कत्ल
नई दिल्ली.
देश की राजधानी में अपराध के बदलते स्वरूप और मासूमों की सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अंतर्गत आने वाली एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एक बेहद चुनौतीपूर्ण मामले को सुलझाते हुए 16 साल की एक नाबालिग छात्रा को दरिंदगी के चंगुल से आजाद कराया है. यह कहानी शुरू होती है भलस्वा डेयरी के एक साधारण घर से, जहां एक 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली मासूम बच्ची अपने परिवार के साथ रहती थी. उस मासूम को क्या पता था कि घर की दहलीज पर रोज पानी का बोतल पहुंचाने वाला शख्स उसकी जिंदगी में नर्क का द्वार खोल देगा.
भरोसे की आड़ में बुना गया जाल आरोपी की पहचान 24 वर्षीय विकास के रूप में हुई है. विकास पिछले काफी समय से पीड़ित छात्रा के घर पर पानी के कैंपर सप्लाई करने का काम करता था. इसी दौरान उसने किशोरी से बातचीत शुरू की और धीरे-धीरे उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया. आरोपी विकास ने किशोरी के मन में शादी के हसीन सपने सजाए और उसे अहसास दिलाया कि वह उसके लिए कुछ भी कर सकता है. 16 साल की नासमझ उम्र में छात्रा को विकास की बातों पर यकीन हो गया और उसने उसे अपना जीवनसाथी मान लिया.
19 दिसंबर की वो काली रात
19 दिसंबर 2025 की रात किशोरी अचानक अपने घर से लापता हो गई. सुबह जब परिजनों ने उसे कमरे में नहीं पाया, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. आसपास और रिश्तेदारों के यहां तलाश करने के बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो 20 दिसंबर को परिजनों ने भलस्वा डेयरी थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई. चूंकि मामला नाबालिग से जुड़ा था, इसलिए दिल्ली पुलिस ने इसे बेहद गंभीरता से लिया और क्राइम ब्रांच की एएचटीयू टीम को जांच सौंपी गई.

लड़के ने लड़की को कैसे फंसाया?
तकनीकी निगरानी और पुलिस का एक्शन डीसीपी (क्राइम ब्रांच) पंकज कुमार के निर्देश पर इंस्पेक्टर मनोज दहिया, एएसआई गोपाल कृष्ण और महिला हेड कांस्टेबल सीमा की एक विशेष टीम गठित की गई. पुलिस ने सबसे पहले लापता छात्रा के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगाले. सीडीआर के विश्लेषण से पता चला कि छात्रा पिछले कुछ समय से विकास नाम के युवक के साथ लगातार संपर्क में थी. तकनीकी निगरानी और लोकेशन ट्रैक करने पर पुलिस को सुराग मिला कि दोनों जहांगीरपुरी इलाके के आसपास कहीं छिपे हुए हैं.
दिल्ली पुलिस ने ऐसे चलाया ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन और आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस टीम ने फील्ड वेरिफिकेशन और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर समता विहार इलाके में जाल बिछाया. कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस आखिरकार जहांगीरपुरी स्थित एक फ्लैट तक जा पहुंची. वहां छापेमारी के दौरान पुलिस ने 16 साल की छात्रा को बरामद कर लिया और मौके से आरोपी विकास को दबोच लिया. जब छात्रा को सुरक्षित स्थान पर लाया गया और उसकी काउंसलिंग की गई, तो जो सच सामने आया उसने सबको झकझोर कर रख दिया.
प्यार का झांसा और फिर दरिंदगी
छात्रा ने पुलिस को बताया कि विकास उसे शादी का लालच देकर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था. जहांगीरपुरी के उस बंद कमरे में विकास ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया और उसके भरोसे का कत्ल किया. आरोपी ने एक नाबालिग की मासूमियत का फायदा उठाकर उसकी जिंदगी को बर्बाद करने की पूरी कोशिश की. किशोरी के बयान के आधार पर पुलिस ने मामले में पॉक्सो (POCSO) एक्ट की गंभीर धाराएं जोड़ दी हैं.
डीसीपी पंकज कुमार ने बताया कि आरोपी विकास को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या विकास ने पहले भी किसी अन्य लड़की को इसी तरह अपना शिकार बनाया है. इस मामले ने एक बार फिर अभिभावकों को सचेत कर दिया है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें. खासकर घर आने-जाने वाले बाहरी व्यक्तियों के साथ बच्चों के व्यवहार को लेकर सतर्क रहना बेहद जरूरी है. फिलहाल, पीड़िता को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया है और उसे आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है. पुलिस इस मामले में पुख्ता सबूत जुटा रही है ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके.




