केंद्र सरकार ने राजकुमार गोयल को केंद्रीय सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया

केंद्र सरकार ने राजकुमार गोयल को केंद्रीय सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल ने गोयल के नाम की सिफारिश की थी।
नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने पूर्व नौकरशाह राजकुमार गोयल को केंद्रीय सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया है। मुख्य सूचना आयुक्त का पद 13 सितंबर से हीरालाल समरिया का कार्यकाल पूरा होने के बाद से खाली चल रहा था। ऐसे में अब इस पद की जिम्मेदारी पूर्व आईएएस अधिकारी राज कुमार गोयल को सौंपी गई है। उन्होंने सोमवार (15 दिसंबर) को नए सूचना आयुक्त के तौर पर पदभार संभाला। गोयल के नाम की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल ने सिफारिश की थी।
जानिए कौन हैं राजकुमार गोयल?
राजकुमार गोयल 1990 बैच के (सेवानिवृत्त) अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-केंद्र शासित प्रदेश (AGMUT) कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। वह 31 अगस्त को कानून और न्याय मंत्रालय के तहत न्याय विभाग में सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने गृह मंत्रालय में सचिव (सीमा प्रबंधन) के रूप में भी काम किया है और केंद्र और तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य दोनों में महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने की थी सिफारिश
मालूम हो कि हीरालाल सामरिया का कार्यकाल 13 सितंबर को पूरा होने के बाद सीआईसी का पद खाली हो गया था। ऐसे में पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने 10 दिसंबर को हुई अपनी बैठक में केंद्रीय सूचना आयोग में आठ सूचना आयुक्तों (ICs) के नामों की भी सिफारिश की थी। ऐसे में नए मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के बाद अब करीब नौ साल से अधिक के अंतराल के बाद आयोग पूरी ताकत से काम करेगा।
आयोग का नेतृत्व एक मुख्य सूचना आयुक्त करते हैं और इसमें अधिकतम दस सूचना आयुक्त हो सकते हैं। वर्तमान में आनंदी रामलिंगम और विनोद कुमार तिवारी सूचना आयुक्त के रूप में काम कर रहे हैं। बता दें कि सीआईसी और आठ आईसी के नामों को पीएम मोदी के नेतृत्व वाली समिति की बैठक में मंजूरी दी गई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल थे। जिसमें राहुल गांधी ने बैठक के दौरान एक असहमति नोट दिया, जिसमें चयन के लिए अपनाए गए मापदंड पर सवाल उठाया गया था।




