‘मेरे हिस्से का पैसा गरीबों को बांट दो’, ₹3.5 लाख की सैलरी ठुकराई, पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस नेता को सलाम

नवीन पटनायक ने ओडिशा विधानसभा में वेतन वृद्धि लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने बढ़ी राशि राज्य की जनता के कल्याण के लिए दान करने का फैसला किया है. पहले विधायकों को वेतन और भत्ते मिलाकर करीब 1 लाख रुपये महीना मिलता था, जो अब बढ़कर लगभग 3.45 लाख रुपये प्रति माह हो जाएगा.
भुवनेश्वर.
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने राजनीति में सादगी और त्याग की एक नई मिसाल पेश की है. ओडिशा विधानसभा में विधायकों की सैलरी में भारी बढ़ोतरी की गई है, लेकिन नवीन पटनायक ने अपने हिस्से की बढ़ी हुई राशि लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पत्र लिखकर एक विशेष अनुरोध किया है. पटनायक ने कहा है कि उनके वेतन में हुई बढ़ोतरी का इस्तेमाल वह खुद नहीं करेंगे, बल्कि इसे राज्य की जनता के कल्याण (Welfare) के लिए उपयोग किया जाए.
बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रमुख नवीन पटनायक ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि वह वेतन वृद्धि का लाभ नहीं लेना चाहते. उन्होंने लिखा कि विधायक के रूप में उनके वेतन और भत्तों में जो भी बढ़ोतरी हुई है, उसे राज्य के लोगों की भलाई के कामों में खर्च किया जाना चाहिए. 24 साल तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे पटनायक अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं और विपक्ष में रहने के बाद भी उनका यह कदम चर्चा का विषय बना हुआ है.
तीन गुना बढ़ गई है सैलरी
गौरतलब है कि बीते 9 दिसंबर को ही ओडिशा विधानसभा ने विधायकों के वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी से जुड़ा एक विधेयक पास किया है. इस नए बिल के पास होने के बाद अब विधायकों की सैलरी में तीन गुना इजाफा हो गया है. पहले विधायकों को वेतन और भत्ते मिलाकर करीब 1 लाख रुपये महीना मिलता था, जो अब बढ़कर लगभग 3.45 लाख रुपये प्रति माह हो जाएगा.




