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अमेरिका को दक्षिण अफ्रीका ने G20 अध्यक्षता नहीं दी, PM मोदी की निभाई प्रथा क्यों टूटी? असली बवाल क्या है

G20 Presidency: अमेरिका ने आरोप लगाया है कि दक्षिण अफ्रीका G20 की अध्यक्षता उसे सुचारू रूप से नहीं सौंप रहा. दरअसल अमेरिका ने समिट का बायकॉट किया था. इसे देखते हुए दक्षिण अफ्रीका ने किसी अमेरिकी अधिकारी को अध्यक्षता नहीं सौंपी है. सवाल है कि क्या अमेरिका को अध्यक्षता मिलेगी?

G20 समिट के बीच अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के रिश्तों में अचानक तनाव गहरा गया है. इस साल G20 का अध्यक्ष दक्षिणअफ्रीका है, वहीं अगला अध्यक्ष अमेरिका होगा. लेकिन अब उसकी अध्यक्षता पर संकट दिख रहा है. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समिट का बायकॉट किया था. अब दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा जी20 की अगली अध्यक्षता अमेरिकी दूतावास के प्रतिनिधि को नहीं सौंपेंगे. इसके बाद व्हाइट हाउस ने शनिवार को आरोप लगाया कि दक्षिण अफ्रीका G20 की अध्यक्षता अमेरिका को सुचारू रूप से सौंपने से इनकार कर रहा है. दरअसल मीटिंग के दौरान औपचारिक रूप से अध्यक्षा एक देश दूसरे को देता है. जैसे जब भारत ने 2023 में जी-20 की मीटिंग कराई तो अगला अध्यक्ष ब्राजील को बनना था. पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्राजीली राष्ट्रपति लूला को सभी सदस्यों के सामने अध्यक्षता सौंपी थी. वहीं उसके बाद ब्राजील ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को अध्यक्षता दी. लेकिन इस बार यह प्रथा टूट गई है.
पीएम मोदी ने ब्राजील को सौंपी अध्यक्षता.

 

 

 

 

दक्षिण अफ्रीकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे ‘उचित स्तर पर’ अध्यक्षता का हस्तांतरण करेंगे. अमेरिका ने इस बयान को आधा-अधूरा और औपचारिकता से दूर बताया. इसके कुछ ही देर बाद G20 देशों ने जलवायु संकट पर एक जॉइंट डेक्लेरेशन जारी कर दिया, वह भी तब जब अमेरिका ने इस घोषणा का विरोध किया था. इससे वॉशिंगटन की नाराजगी और बढ़ गई. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने दावा किया कि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा जलवायु संकट और अन्य वैश्विक मुद्दों पर एक संयुक्त घोषणा जारी करवाने के लिए ‘अमेरिकी आपत्तियों के बावजूद लगातार दबाव डाल रहे थे.’ उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ‘2026 में अमेरिका के G20 होस्ट करने के लिए उत्सुक हैं.’
ब्राजील ने बाद में अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका को सौंपी.

अध्यक्षता देने पर असली विवाद क्या है?

दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री रोनाल्ड लामोला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अमेरिका चाहता था कि अध्यक्षता का हस्तांतरण दक्षिण अफ्रीका में अमेरिकी दूतावास के एक चार्ज दअफेयर्स के जरिए किया जाए. यानी अमेरिका ने हस्तांतरण के लिए अपने शीर्ष पदाधिकारियों में से किसी को नियुक्त नहीं किया. लामोला ने स्पष्ट कहा कि यह तरीका स्वीकार्य नहीं हो सकता, क्योंकि समिट में दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष और उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मौजूद हैं. उन्होंने कहा- ‘हमारा राष्ट्रपति इतने बड़े मंच पर एक चार्ज दअफेयर्स को अध्यक्षता नहीं सौंप सकता.’

क्या अमेरिका को मिलेगी G20 की अध्यक्षता?

 

लामोला के अनुसार, हस्तांतरण या तो राष्ट्रपति स्तर पर होना चाहिए या फिर उस अधिकारी के साथ, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति ने औपचारिक रूप से नामित किया हो. उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका सोमवार से किसी भी दिन DIRCO (विदेश मंत्रालय) कार्यालय में समकक्ष स्तर पर यह हस्तांतरण कर देगा. उनका मानना है कि इससे दोनों देशों के रिश्ते खराब नहीं होंगे, क्योंकि यह ‘उचित स्तर’ पर ही किया जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के रिश्ते लगातार खिंचे हुए हैं. हाल में हालात तब और बिगड़ गए जब ट्रंप प्रशासन ने दावा किया कि दक्षिण अफ्रीका में श्वेत नागरिकों के खिलाफ भेदभाव हो रहा है.

 

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