सभी राज्य

आदिवासियों के लिए जहन्नुम बना मणिपुर, NCRB की रिपोर्ट में दिखी भयावह स्थिति, क्या कभी मिट पाएगी दूरियां?

एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार 2023 में एसटी के खिलाफ अपराधों में 28.8 प्रतिशत वृद्धि हुई. मणिपुर सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा. महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध भी बढ़े हैं.

 

 देश में अपराध की स्थिति को लेकर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. वर्ष 2023 के अपराध आंकड़ों पर आधारित इस रिपोर्ट के मुताबिक अनुसूचित जनजातियों (ST) के खिलाफ अपराधों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है जो चिंताजनक है. एसटी समुदाय के लोगों पर जुर्म के 12,960 मामले दर्ज हुए, जो 2022 के 10,064 मामलों की तुलना में 28.8 प्रतिशत अधिक हैं. प्रति लाख आबादी पर अपराध दर 9.6 से बढ़कर 12.4 हो गई. इन आंकड़ों के पीछे मणिपुर की स्थिति जिम्मेदार है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक NCRB की रिपोर्ट ने अपराधों की श्रेणियों में मामूली चोट के 2,757 मामले (21.3 प्रतिशत) को सबसे अधिक बताया, इसके बाद दंगे (1,707 मामले, 13.2 प्रतिशत) और बलात्कार (1,189 मामले, 9.2 प्रतिशत) रहे. मणिपुर मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा से जूझ रहा है. वह ST के खिलाफ अपराध के मामले में सबसे बुरा राज्य बन गया है. यहां 3,399 मामले दर्ज हुए, जो 2022 में मात्र एक और 2021 में शून्य थे. NCRB ने बताया कि मणिपुर में 260 डकैती, 1,051 आगजनी, 203 अपमानजनक धमकी या डराने के मामले और 193 ST की जमीन पर कब्जे या बेचने के मामले सामने आए. राज्य सरकार ने शांति बहाली के लिए कई उपायों का दावा किया है, जैसे सामुदायिक संवाद और सुरक्षा बलों की तैनाती, लेकिन आंकड़े हिंसा की गंभीरता को उजागर करते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि सामाजिक-आर्थिक असमानता और भूमि विवाद इस हिंसा के मूल में हैं. 

मध्य प्रदेश में भी हुए खूब अत्याचार

अन्य राज्यों की बात करें तो मध्य प्रदेश ST के खिलाफ अपराधों में दूसरे स्थान पर रहा, जहां 2,858 मामले दर्ज हुए. यह 2022 के 2,979 मामलों से कम है, लेकिन 2021 के 2,627 से अधिक. राजस्थान में 2,453 मामले दर्ज हुए, जो 2022 के 2,521 से थोड़े कम हैं, लेकिन 2021 के 2,121 से अधिक. ये आंकड़े आदिवासी क्षेत्रों में भूमि विवाद, सामाजिक भेदभाव और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों की ओर इशारा करते हैं.

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button