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किसी व्यक्ति के बच्चों की संख्या का फैसला राजनीतिक दल या संगठन करे, उचित नहीं : पप्पू यादव

बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के ‘तीन बच्चे पैदा करने’ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है

बच्चों की संख्या पर आरएसएस के बयान को पप्पू यादव ने बताया अनुचित

शिक्षा और आर्थिक विकास को बताया जनसंख्या नियंत्रण का सही रास्ता

केजरीवाल को भाजपा की ‘बी टीम’ कहकर किया हमला

तेजस्वी को मुख्यमंत्री चेहरा मानते हुए महागठबंधन की एकता पर दिया जोर

भाजपा पर चुनावी ‘लॉलीपॉप’ और नफरत की राजनीति का आरोप

बिहारी मजदूरों पर देशभर में हो रहे अत्याचारों को लेकर जताई चिंता

पटना

बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के ‘तीन बच्चे पैदा करने’ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के बच्चों की संख्या का फैसला कोई राजनीतिक दल या संगठन करे, यह उचित नहीं है।

पप्पू यादव ने कहा, “आरएसएस को अपनी बात रखने का अधिकार है, ऐसा ही सबके पास अधिकार है। मुझे लगता है जागरूकता और आर्थिक विकास पर ध्यान देना चाहिए। शिक्षा और अर्थव्यवस्था में लोग स्वाभाविक रूप से प्रगति कर रहे हैं। अधिकतम दो बच्चे ही ठीक हैं। किसी पर बोझ डालने की जरूरत नहीं है।”

पप्पू यादव ने नेशनल हेराल्ड मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने केजरीवाल को ‘भाजपा की बी टीम’ करार देते हुए कहा, “खिसियानी बिल्ली खंभा नोचेगी। कांग्रेस भारत की स्वाभाविक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, जो हर जाति, समुदाय और धर्म का प्रतिनिधित्व करती है।”

वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर राहुल गांधी की चुप्पी सवालों में है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने मीडिया से कहा, “आप परेशान क्यों हैं? महागठबंधन में हम एकजुट हैं। तेजस्वी यादव हमारे शीर्ष नेता हैं और हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। महागठबंधन में कोई मतभेद नहीं है और सभी दल एक साथ मजबूती से आगे बढ़ेंगे।”

पप्पू यादव ने राहुल गांधी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश के मजदूरों और गरीबों का भविष्य उनके नेतृत्व में सुरक्षित है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व को देश ने स्वीकार कर लिया है। भाजपा के संस्कार में बिहार के डीएनए को गाली देना है। बिहारी पहले गुजरात में पीटे जाते थे, अब महाराष्ट्र और असम में पिट रहे हैं।”

उन्होंने भाजपा पर चुनावी मौसम में ‘लॉलीपॉप’ बांटने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि ये सिर्फ नफरत की राजनीति करते हैं। चुनाव आते ही ये लोग जनता से तमाम वादे करेंगे और चुनाव खत्म होने के बाद केवल छलावा करना इनका हथियार है। उन्होंने दावा किया, “जनता का रुझान बताता है कि बिहार में परिवर्तन तय है।”

 

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