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मोदी सरकार भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है या विपक्ष? पीएम मोदी के कोलकाता दौरे के बाद TMC का सवाल

शशि पंजा ने दावा किया कि भाजपा खुद आरोपों से घिरी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में भाजपा के 240 सांसदों में से 90 से अधिक पर केस दर्ज हैं और 63 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। वहीं टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे शुभेंदु अधिकारी के साथ बैठकर भ्रष्टाचार की बातें कर रहे थे, जबकि कभी भाजपा ने खुद अधिकारी पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।

 

कोलकाता

 

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार सच में भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है या फिर विपक्षी दलों को ही खत्म करने की कोशिश कर रही है। पार्टी का आरोप है कि संसद में इस हफ्ते पेश हुआ संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025 विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए लाया गया है। इस बिल के तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्री अगर 30 दिन या उससे अधिक समय तक जेल में रहते हैं तो वे अपने पद पर नहीं बने रह पाएंगे।

 

मोदी बनाम तृणमूल कांग्रेस
कोलकाता में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’, खासकर टीएमसी पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये दल भ्रष्टाचारियों को बचाते हैं और ईमानदार राजनीति के खिलाफ खड़े रहते हैं। मोदी ने दो टीएमसी मंत्रियों – पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार) और ज्योति प्रिया मलिक (राशन वितरण घोटाले में गिरफ्तार) – का नाम लेते हुए कहा कि जेल जाने के बाद भी वे कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके जवाब में टीएमसी की वरिष्ठ मंत्री शशि पंजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सरकार को बताना चाहिए कि वह भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है या विपक्ष खत्म करना चाहती है?’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह बिल विपक्ष को दबाने और डराने के लिए है। अगर कोई नेता बीजेपी में शामिल हो जाता है तो उसे ‘भाजपा की वॉशिंग मशीन’ में साफ मान लिया जाता है।

घुसपैठ और सीमा सुरक्षा
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में टीएमसी पर बांग्लादेश से घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इस पर पंजा ने कहा कि सीमा सुरक्षा का जिम्मा बीएसएफ और केंद्र सरकार का है। उन्होंने कहा, ‘अगर केंद्र को रोहिंग्या या कोई और घुसपैठिया मिलता है, तो कार्रवाई करे। लेकिन बंगालियों को परेशान न किया जाए।’ टीएमसी का आरोप है कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों को अवैध बांग्लादेशी बताकर प्रताड़ित किया जा रहा है। शशि पंजा ने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल को 1.93 लाख करोड़ रुपये का बकाया नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार खुद ही गरीबों के लिए 12 लाख घर बना चुकी है और 16 लाख और घर बनाएगी।

दुर्गा पूजा और बंगाली भाषा का मुद्दा
टीएमसी ने कहा कि प्रधानमंत्री अब दुर्गा पूजा की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन भाजपा ने पहले इसी त्योहार को लेकर सवाल उठाए थे। शशि पंजा ने दावा किया कि ममता बनर्जी के प्रयास से ही दुर्गा पूजा को वैश्विक पहचान मिली। उन्होंने यह भी कहा कि जहां पीएम मोदी ने बंगाली भाषा को गौरव बताया, वहीं भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कभी कहा था कि ‘यह कोई भाषा नहीं है।’

बंगाल से बाहर काम करने वालों पर विवाद
प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो बंगाल के लोगों को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इस पर कुणाल घोष ने पलटवार करते हुए कहा कि दशकों से बंगाल के लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं। उन्होंने चुनौती दी कि मोदी यह भी गारंटी दें कि बाहर से कोई व्यक्ति काम के लिए बंगाल न आए, जबकि वर्तमान में 1.5 करोड़ बाहरी लोग बंगाल में रहते हैं।

2026 चुनाव को लेकर टीएमसी का दावा
टीएमसी नेताओं का कहना है कि भाजपा को 2026 विधानसभा चुनावों में बुरी हार झेलनी पड़ेगी। उन्होंने याद दिलाया कि 2016 में भाजपा का ‘अबकी बार 20 पार’ का नारा भी फ्लॉप हो गया था। 2024 लोकसभा चुनाव में भी टीएमसी का वोट प्रतिशत बढ़ा और भाजपा का घटा।

मेट्रो प्रोजेक्ट पर श्रेय की लड़ाई
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कई मेट्रो परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस पर शशि पंजा ने कहा कि मोदी ने यह नहीं बताया कि इन योजनाओं की परिकल्पना 2011-12 में रेलवे मंत्री रहते हुए ममता बनर्जी ने की थी। उन्होंने सवाल उठाया कि रेल राज्य मंत्री रवीनीत सिंह बिट्टू, जो एक सिख हैं, उन्हें शुभेंदु अधिकारी के पास क्यों बैठाया गया, जबकि अधिकारी ने पहले ‘एक सिख को खालिस्तानी’ कहा था।

 

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