भाजपा देश के लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दे से भटकाने की कोशिश कर रही है : तारिक हमीद कर्रा

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग पर भाजपा के अनुसांगिक संगठन के रूप में काम करने का आरोप लगाया
मृत घोषित मतदाता राहुल गांधी के साथ चाय पर? कर्रा का दावा
जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची पुनरीक्षण का कांग्रेस करेगी विरोध
तिरंगा यात्रा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति: कांग्रेस का आरोप
भाजपा ने 52 साल तक तिरंगा नहीं फहराया: कर्रा
भाजपा जम्मू-कश्मीर की राजनीति को अपने पक्ष में मोड़ना चाहती है
जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए
श्रीनगर।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग पर भाजपा के अनुसांगिक संगठन के रूप में काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सात ऐसे मतदाताओं के नाम प्रस्तुत किए, जिन्हें चुनाव आयोग पहले ही मृत घोषित कर चुका है। रोचक बात यह है कि यह सभी सातों मतदाता राहुल गांधी के साथ चाय पीते हुए देखे गए थे।
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विरोध की चेतावनी
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर कहा कि ऐसा होता है, तो इसका विरोध किया जाएगा। अब तक बिहार में इसका विरोध किया जा रहा है। हम लोग इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर पाएंगे। ऐसा करके भाजपा प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट की भूमिका पर टिप्पणी
कर्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने से जुड़े पूरे मामले में तय प्रक्रिया के तहत काम करेगा। वो उस प्रक्रिया से बाहर नहीं जा पाएगा। कोर्ट ने इस संबंध में केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। सरकार की ओर से जवाब दाखिल होने के बाद ही इस मामले को लेकर मेरिट और डिमेरिट बाहर आ पाएंगे। इसके बाद उस पर बहस होगी।
सुरक्षा व्यवस्था पर सरकार को घेरा
उन्होंने कहा कि सरकार को जम्मू-कश्मीर को लेकर दो तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। उन्हें या तो यह स्वीकार करना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति उनके नेतृत्व में लचर है, नहीं तो जिस तरह से मौजूदा समय में यह सरकार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी शेखी बघार रही है, उसे ऐसा करने से बचना चाहिए।
भाजपा की ‘तिरंगा यात्रा’ पर तीखा हमला
उन्होंने भाजपा की ‘तिरंगा यात्रा’ पर कहा कि यह सब व्यर्थ की बातें हैं। इस बात को नहीं भुलाया जा सकता है कि यह वही पार्टी है, जिन्होंने 52 साल तक तिरंगा अपने ऑफिस में नहीं फहराया था। जब-जब उनसे इस बारे में जवाब मांगा गया, तो उन्होंने कहा कि हमारा झंडा तिरंगा से भी ऊंचा है और जब उन्होंने अपने दफ्तर में तिरंगा लगाया भी, तो अपना ही झंडा लगाया था।
उन्होंने कहा कि तिरंगा लोगों के दिल में होना चाहिए। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। इन लोगों के लिए आज की तारीख में ‘तिरंगा यात्रा’ निकालना मजबूरी हो चुकी है। 2014 से लेकर आज तक भाजपा सिर्फ ‘तिरंगा यात्रा’ के जरिए वोट बैंक की राजनीति कर रही है।