राजस्थान

राजस्थान में बवाल-दर-बवाल, 15 दिन में पुलिस कस्टडी में तीसरी मौत, एक और व्यापारी की गई जान, पब्लिक भड़की

 राजस्थान पुलिस हिरासत में मौतों के मामले में बुरी तरह से घिर गई है. राजस्थान में महज 15 दिनों के भीतर पुलिस हिरासत में एक के बाद एक तीन लोगों की मौत हो गई है. नया मामला राजसमंद के कांकरोली थाने में सामने आया है. जानें क्या हुआ?

राजसमंद.

राजस्थान में महज 15 दिन के भीतर पुलिस हिरासत में तीसरी मौत हो गई है. पुलिस हिरासत में मौत का यह नया मामला राजसमंद जिले के कांकरोली थाने में सामने आया है. कांकरोली थाने में एक सर्राफा व्यवसायी को पूछताछ के लिए लाया गया था. पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस कस्टडी में मौत के शिकार हुए खूबचंद सोनी (50) भीलवाड़ा जिले के कारोई थाना इलाके के गाडरमाल के रहने वाले थे. पुलिस उनको चोरी का माल खरीदने के आरोप में पूछताछ करने के लिए थाने लाई थी.

 

महज 15 दिन के भीतर पुलिस कस्टडी में तीसरी मौत हो जाने के बाद पुलिस महकमे में जोरदार हड़कंप मच हुआ है. कांकरोली थाना पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों और आलाधिकारियों को दी. मृतक व्यापारी के परिजनों का कहना है कि कांकरोली पुलिस रविवार को उनके गांव आई थी. पुलिस ने खूबचंद सोनी पर चोरी के गहने खरीदने का आरोप लगाया. खूबचंद ने चोरी के गहने नहीं खरिदने की बात की. लेकिन पुलिस ने खूबचंद की एक नहीं सुनी और उनको अपने साथ ले गई.
50 लाख रुपये या सरकारी नौकरी की मांग की
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने खूबचंद के साथ मारपीट की. उन पर चोरी का माल खरीदने की बात को कबूल करने के लिए दबाव बनाया. उसी के दौरान रविवार रात को ही खूबचंद की मौत हो गई. इस घटना के बाद सोमवार को खूबचंद के परिजनों के साथ अन्य सर्राफा व्यापारी जिला चिकित्सालय में पहुंचे और वहां हंगामा कर दिया. उन्होंने बतौर मुआवजा 50 लाख रुपये या सरकारी नौकरी की मांग की. परिजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराने की मांग रखी है.

 

4 अगस्त को ऋषभदेव और 28 जुलाई को किशनगंज थाने में हुई थी मौतें
वहीं इस पूरे मामले को लेकर न्यायिक जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं. इससे पहले बीते 4 अगस्त को राजसमंद के सटे उदयपुर जिले के ऋषभदेव थाने में भी एक सर्राफा व्यवसायी की पुलिस पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी. तब भी आरोप लगा था कि पुलिस ने सर्राफा व्यवसायी को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया था. उसके बाद थाने के पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और निष्पक्ष जांच के आश्वासन से आक्रोशित लोग मान गए थे. उससे पहले बारां जिले के किशनगंज थाने में 28 जुलाई को लोकेश सुमन नाम के युवक की मौत हो गई थी. पुलिस उसे हत्या के एक मामले में गिरफ्तार किया था. इस मामले में थानाप्रभारी समेत 23 पुलिसकर्मियों को थाने से हटाकर लाइन हाजिर किया गया था.

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