क्राइम
लड़की को जिंदा भट्टी में झोंका, फिर जलता हुआ निकाला बाहर, शव के किए पीस और… 2 सगे भाइयों के हैवानियत की कहानी

भीलवाड़ा जिले के नरसिंहपुरा गांव के कोटडी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसे जिंदा ही कोयले की भट्टी में फेंक दिया गया. इस हत्याकांड में नाबालिग पीड़ित बकरियां चराने घर से निकली थी. पूरी कहानी आपके रोंगटे खड़े कर देगी.
तारीख- 2 अगस्त 2023, जगह- राजस्थान, भीलवाड़ा जिले का नरसिंहपुरा गांव, समय- शाम करीब 4 बजे. खेतों के बीच एक वीरान जगह पर दो लड़के कालू और कान्हा एक 16-17 साल की दुबली-पतली लड़की को घसीट रहे थे. लड़की के कपड़े फटे हुए थे, शरीर पर खून के धब्बे थे और वह चीख रही थी ‘मुझे छोड़ दो, घर जाने दो… मुझे मत मारो!’
अचानक कालू एक लाठी लाया और लड़की के सिर पर पूरी ताकत से मार दिया. लड़की की चीखें एकदम बंद हो गईं और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी. कालू और कान्हा उसे घसीटते हुए खेत के किनारे ले गए. यहां कोयला बनाने वाली पांच भट्टियां थीं. दोनों लड़कों ने लड़की की लाश को उठाया और एक भट्ठी में डाल दिया. कालू ने पेट्रोल छिड़का, माचिस जलाई, और भट्ठी का दरवाजा बंद कर दिया. कुछ ही देर में भट्ठी से मांस जलने की बदबू आने लगी. लड़की की चमड़ी पिघल रही थी और धुआं चारों तरफ फैल गया. तीनों भट्ठी के सामने बैठ गए और लाश को जलते हुए देख रहे थे. ये कहानी है भीलवाड़ा भट्टी हत्याकांड की. आज हम आपको इस कहानी के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं. यह कहानी आपके रोंगटे खड़े कर देगी.
लाश का बन गया था लोथड़ा
शाम के सात बजे कालू ने भट्ठी का दरवाजा खोला. तीन घंटे हो गए थे और 40-42 किलो की लड़की अब सिर्फ 10 किलो के मांस का लोथड़ा बन चुकी थी. दोनों लड़के घबरा गए. कालू ने फोन निकाला और कुछ लोगों को बुलाया. जल्द ही छह और लोग वहां पहुंच गए और सबने मिलकर लाश को भट्ठी से निकाला. लाश से धुआं निकल रहा था और उसकी हड्डियां साफ दिख रही थीं.
शाम के सात बजे कालू ने भट्ठी का दरवाजा खोला. तीन घंटे हो गए थे और 40-42 किलो की लड़की अब सिर्फ 10 किलो के मांस का लोथड़ा बन चुकी थी. दोनों लड़के घबरा गए. कालू ने फोन निकाला और कुछ लोगों को बुलाया. जल्द ही छह और लोग वहां पहुंच गए और सबने मिलकर लाश को भट्ठी से निकाला. लाश से धुआं निकल रहा था और उसकी हड्डियां साफ दिख रही थीं.
जली लाश के 20 टुकड़े
कान्हा ने चीखकर कहा, ‘पानी लाओ जल्दी! लाश को ठंडा करना है.’ लाड देवी दौड़कर तंबू से एक बाल्टी पानी ले आई. पानी डालने के बाद लाश ठंडी हुई. तभी एक लड़के ने फावड़ा उठाया और लाश के टुकड़े करने लगा. पहले सिर को धड़ से अलग किया, फिर पूरे शरीर को 20 टुकड़ों में काट डाला. इन टुकड़ों को दो बोरियों में भरा गया. लाड देवी ने टोका, ‘भट्ठी को अच्छे से देख लो, कहीं कुछ रह न जाए.’
कान्हा ने चीखकर कहा, ‘पानी लाओ जल्दी! लाश को ठंडा करना है.’ लाड देवी दौड़कर तंबू से एक बाल्टी पानी ले आई. पानी डालने के बाद लाश ठंडी हुई. तभी एक लड़के ने फावड़ा उठाया और लाश के टुकड़े करने लगा. पहले सिर को धड़ से अलग किया, फिर पूरे शरीर को 20 टुकड़ों में काट डाला. इन टुकड़ों को दो बोरियों में भरा गया. लाड देवी ने टोका, ‘भट्ठी को अच्छे से देख लो, कहीं कुछ रह न जाए.’
लड़कों ने भट्ठी की तलाशी ली और कुछ बचे हुए टुकड़े भी बोरी में डाल दिए. फिर दोनों ने बोरियां कंधों पर उठाईं और जंगल की ओर चल पड़े.
लाड देवी ने पूछा, ‘इसे कहां ले जा रहे हो?
कालू ने जवाब दिया, ‘जंगल में वहीं इसका कुछ करेंगे. तुम यहीं रुको किसी से कुछ मत कहना.’
लाड देवी ने पूछा, ‘इसे कहां ले जा रहे हो?
कालू ने जवाब दिया, ‘जंगल में वहीं इसका कुछ करेंगे. तुम यहीं रुको किसी से कुछ मत कहना.’
करीब चार किलोमीटर चलने के बाद वे एक नहर के पास पहुंचे. दोनों ने बोरियां नहर में फेंक दीं और वापस लौट आए. वापस आकर तीनों मस्त नींद लेकर सो गए.
लड़की की मां हुई परेशान
उधर से एक औरत और एक लड़का आवाज लगाते हुए कालू और कान्हा के घर के पास पहुंचे. लड़के ने कहा, ‘मेरी बहन दोपहर से गायब है. तुमने किसी लड़की को देखा?’ कालू ने मना कर दिया. लेकिन उस औरत ने भट्टी की ओर इशारा करते हुए पूछा, ‘ये भट्टी क्यों जल रही है?’ कालू सकपकाया और बोला, ‘पता नहीं.’ लड़का भट्टी के पास गया और डंडे से टटोलने लगा. तभी उसे एक चमकीला कड़ा दिखा. उसने उसे निकाला और काकी को दिखाया. कड़ा देखते ही काकी चीख पड़ी, ‘ये तो मेरी बेटी का कड़ा है! ये यहां कैसे?’ लड़के ने फिर भट्टी खोदी और एक जला हुआ हाथ का टुकड़ा मिला. वह चीख पड़ा, ‘काकी, हमारी गुड़िया को किसी ने जला दिया!’
उधर से एक औरत और एक लड़का आवाज लगाते हुए कालू और कान्हा के घर के पास पहुंचे. लड़के ने कहा, ‘मेरी बहन दोपहर से गायब है. तुमने किसी लड़की को देखा?’ कालू ने मना कर दिया. लेकिन उस औरत ने भट्टी की ओर इशारा करते हुए पूछा, ‘ये भट्टी क्यों जल रही है?’ कालू सकपकाया और बोला, ‘पता नहीं.’ लड़का भट्टी के पास गया और डंडे से टटोलने लगा. तभी उसे एक चमकीला कड़ा दिखा. उसने उसे निकाला और काकी को दिखाया. कड़ा देखते ही काकी चीख पड़ी, ‘ये तो मेरी बेटी का कड़ा है! ये यहां कैसे?’ लड़के ने फिर भट्टी खोदी और एक जला हुआ हाथ का टुकड़ा मिला. वह चीख पड़ा, ‘काकी, हमारी गुड़िया को किसी ने जला दिया!’

इस भट्टी में जलाई थी लाश
काकी पहुंची थाने…
काकी और लड़का दौड़ते हुए गांव के प्रधान के पास पहुंचे. काकी रोते हुए बोली, ‘प्रधान जी मेरी बेटी को भट्टी में जला दिया!’ प्रधान ने तुरंत पुलिस को फोन किया. खबर गांव में आग की तरह फैल गई. रात के दो बजे तक गांव वाले थाने के बाहर जमा हो गए. अगली सुबह पुलिस भट्टी के पास पहुंची. DSP श्याम सुंदर ने जांच शुरू की. भट्टी में पानी डाला हुआ था लेकिन दीवारें अभी भी गर्म थीं. कालू, कान्हा, लाड देवी और संजय समेत नौ लोगों को हिरासत में लिया गया. थाने में पूछताछ शुरू हुई. संजय ने पहले तो कुछ नहीं बताया लेकिन सख्ती से पूछने के बाद उसने बताया कि कालू ने उसे फोन करके बुलाया था और कहा था कि लाश को ठिकाने लगाना है.
काकी और लड़का दौड़ते हुए गांव के प्रधान के पास पहुंचे. काकी रोते हुए बोली, ‘प्रधान जी मेरी बेटी को भट्टी में जला दिया!’ प्रधान ने तुरंत पुलिस को फोन किया. खबर गांव में आग की तरह फैल गई. रात के दो बजे तक गांव वाले थाने के बाहर जमा हो गए. अगली सुबह पुलिस भट्टी के पास पहुंची. DSP श्याम सुंदर ने जांच शुरू की. भट्टी में पानी डाला हुआ था लेकिन दीवारें अभी भी गर्म थीं. कालू, कान्हा, लाड देवी और संजय समेत नौ लोगों को हिरासत में लिया गया. थाने में पूछताछ शुरू हुई. संजय ने पहले तो कुछ नहीं बताया लेकिन सख्ती से पूछने के बाद उसने बताया कि कालू ने उसे फोन करके बुलाया था और कहा था कि लाश को ठिकाने लगाना है.
कालू ने बताई पूरी कहानी
24 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद कालू ने कबूल किया और बताया कि ‘साहब, हर दिन लड़की का बाप बकरी चराने आता था. लेकिन जब ये लड़की आई तो उसकी खूबसूरती देख कर मेरा मन डोल गया. मैं जब उसका मुंह बंद कर के ले जाने लगा तो मेरे बड़े भाई कान्हा ने मुझे देख लिया. कान्हा ने मुझे डांटा, लेकिन फिर उसका भी मन डोल गया. फिर पहले कान्हा ने दो बार उसके साथ गलत काम किया और उसके बाद मैंने. लड़की चिल्ला रही थी और कह रही थी कि मुझे जाने दो मैं अपनी मां को सब बता दूंगी. उसकी आवाज बहुत तेज थी. ऐसे ही चिल्लाते रहती तो कोई हमें देख लेता. इसलिए मैंने उसके सर पर एक लकड़ी से वार किया. हमें लगा वो मर गई, तो हमने उसे भट्टी में डाल दिया. शरीर आधा जल जाने के बाद हमने उसके शरीर को बाहर निकाला और शरीर के 20 टुकड़े किए फिर नहर में फेंक आए.’
24 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद कालू ने कबूल किया और बताया कि ‘साहब, हर दिन लड़की का बाप बकरी चराने आता था. लेकिन जब ये लड़की आई तो उसकी खूबसूरती देख कर मेरा मन डोल गया. मैं जब उसका मुंह बंद कर के ले जाने लगा तो मेरे बड़े भाई कान्हा ने मुझे देख लिया. कान्हा ने मुझे डांटा, लेकिन फिर उसका भी मन डोल गया. फिर पहले कान्हा ने दो बार उसके साथ गलत काम किया और उसके बाद मैंने. लड़की चिल्ला रही थी और कह रही थी कि मुझे जाने दो मैं अपनी मां को सब बता दूंगी. उसकी आवाज बहुत तेज थी. ऐसे ही चिल्लाते रहती तो कोई हमें देख लेता. इसलिए मैंने उसके सर पर एक लकड़ी से वार किया. हमें लगा वो मर गई, तो हमने उसे भट्टी में डाल दिया. शरीर आधा जल जाने के बाद हमने उसके शरीर को बाहर निकाला और शरीर के 20 टुकड़े किए फिर नहर में फेंक आए.’
नहर में मिली जली-कटी लाश
कालू और कान्हा पुलिस को उस जगह लेकर गए जहां लाश को फेंका था. पुलिस ने नहर की तलाशी ली और कुछ टुकड़े बरामद किए. गुड़िया की मां का रो-रोकर बुरा हाल था. वह बार-बार कह रही थी, ‘मेरी बेटी को सजने-संवरने का शौक था. उसने क्रीम रंग का लहंगा पहना था. मैंने उसे टोका था, लेकिन उसकी मुस्कान… इन हरामियों ने मेरी बेटी को मार डाला.’ उसकी बातें सुनकर गांव वालों की आंखें नम हो गईं.
कालू और कान्हा पुलिस को उस जगह लेकर गए जहां लाश को फेंका था. पुलिस ने नहर की तलाशी ली और कुछ टुकड़े बरामद किए. गुड़िया की मां का रो-रोकर बुरा हाल था. वह बार-बार कह रही थी, ‘मेरी बेटी को सजने-संवरने का शौक था. उसने क्रीम रंग का लहंगा पहना था. मैंने उसे टोका था, लेकिन उसकी मुस्कान… इन हरामियों ने मेरी बेटी को मार डाला.’ उसकी बातें सुनकर गांव वालों की आंखें नम हो गईं.

लड़की के शरीर के टुकड़े
कालू और कान्हा के गुप्तांगों का टेस्ट
डीएसपी श्याम सुंदर ने फौरन कालू और कान्हा को पेनाइल स्वैब टेस्ट के लिए भेज दिया. ये टेस्ट रेप की घटना के 48 से 72 घंटे के भीतर किया जाता है. इस टेस्ट में गुप्तांगों में लगे एलिमेंट्स की जांच की जाती है. जांच में कालू-कान्हा के गुप्तांगों के डीएनए और लड़की की लाश के डीएनए मैच कर गए. यहां तक कि कालू और कान्हा के सैंपल आपस में भी मैच कर गए. इससे साफ हो गया कि कालू और कान्हा ने बारी-बारी से रेप किया था.
डीएसपी श्याम सुंदर ने फौरन कालू और कान्हा को पेनाइल स्वैब टेस्ट के लिए भेज दिया. ये टेस्ट रेप की घटना के 48 से 72 घंटे के भीतर किया जाता है. इस टेस्ट में गुप्तांगों में लगे एलिमेंट्स की जांच की जाती है. जांच में कालू-कान्हा के गुप्तांगों के डीएनए और लड़की की लाश के डीएनए मैच कर गए. यहां तक कि कालू और कान्हा के सैंपल आपस में भी मैच कर गए. इससे साफ हो गया कि कालू और कान्हा ने बारी-बारी से रेप किया था.

कालू और कान्हा
9 महिने बाद मिली सजा…
कोर्ट में करीब 9 महीने तक ये मामला चला. 43 गवाह पेश किए. 18 मई 2024 को भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट के जज अनिल कुमार गुप्ता ने 100 पन्नों के जजमेंट में फैसला सुनाते हुए कहा ‘बचाव पक्ष में जो तर्क दिया गया, उसका कोई आधार नहीं है. पुलिस जांच, फोरेंसिक रिपोर्ट और गवाहों के बयानों से साफ है कि इन दोनों ने ही लड़की के साथ गैंगरेप किया.’ फिर सबूतों के आधार पर कालू और कान्हा को फांसी की सजा सुनाई गई. वहीं सबूतों के अभाव में कोर्ट ने कालू और कान्हा की बीवियों, संजय समेत 7 लोगों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. फिलहाल कालू-कान्हा जयपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. पुलिस ने भी बरी हुए बाकी 7 लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की है.
कोर्ट में करीब 9 महीने तक ये मामला चला. 43 गवाह पेश किए. 18 मई 2024 को भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट के जज अनिल कुमार गुप्ता ने 100 पन्नों के जजमेंट में फैसला सुनाते हुए कहा ‘बचाव पक्ष में जो तर्क दिया गया, उसका कोई आधार नहीं है. पुलिस जांच, फोरेंसिक रिपोर्ट और गवाहों के बयानों से साफ है कि इन दोनों ने ही लड़की के साथ गैंगरेप किया.’ फिर सबूतों के आधार पर कालू और कान्हा को फांसी की सजा सुनाई गई. वहीं सबूतों के अभाव में कोर्ट ने कालू और कान्हा की बीवियों, संजय समेत 7 लोगों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. फिलहाल कालू-कान्हा जयपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. पुलिस ने भी बरी हुए बाकी 7 लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की है.