कोर्ट जाने के लिए तैयार बैठे थे वकील साहब, तभी हुई दरवाजे पर दस्तक, हुई ऐसी घटना कि दहल उठा बेगूसराय

दो लाख रुपए रंगदारी नहीं देने पर एक वकील की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. यह घटना जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर बलिया थाना क्षेत्र के मिर्जापुर के डीह गांव के रहने वाले वकील 50 वर्षीय निरंजन कुमार महतो के साथ घटित हुई.
बेगूसराय
बिहार के बेगूसराय की अपराध की कहानियों पर बनी अपहरण और गंगाजल जैसी फिल्मों की कहानी को फिर दोहराया जा रहा है. यहां लोकतंत्र के पहरेदार की खुद की निजी जमीन बेचने पर हत्या कर दी गई . इस सनसनीखेज घटना को लेकर बताया जा रहा है कि दो लाख रुपए रंगदारी नहीं देने पर एक वकील की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. यह घटना जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर बलिया थाना क्षेत्र के मिर्जापुर के डीह गांव के रहने वाले वकील 50 वर्षीय निरंजन कुमार महतो के साथ घटित हुई. इस घटना के बाद बेगूसराय जिले में वकालत कार्य वकील संघ ने ठप कर दिया है. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की कहानी क्या है?
रंगदारी टैक्स नहीं देने पर हत्या की वजह आई सामने
मृतक के पुत्र अविनाश कुमार ने कहा कि मेरे पिता सुबह कोर्ट जाने के लिए तैयार हो रहे थे. वे दरवाजे पर बैठे हुए थे, तभी मनोज महतो और निवेश महतो सहित तीन-चार लोग आए और ईंट व कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. इस हमने में सिर पर कुल्हाड़ी लगते ही उनकी मौत हो गई. पड़ोसी दबंग मनोज महतो 2 लाख रुपए रंगदारी की मांग कर रहा था . मेरे पिता ने अपनी जमीन बेची थी. जमीन बेचने के बाद से ही मनोज महतो जबरन उनसे कमीशन के रूप में 2 लाख रुपए की मांग कर रहा था. रुपए नहीं देने पर आज सुबह उनकी कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई.
अब वकील भी सुरक्षित नहीं : वकील संघ
बेगूसराय संघ के सदस्य वंदना कुमारी ने लोकल18 को बताया कि जब हम ही सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो न्याय कैसे लोगों को सही मिलेगा. वकील कभी भी दोनों पक्ष के लोगों को खुश नहीं कर सकती. बेगूसराय के वरिष्ठ वकील रामबाबू चौधरी 71 वर्ष के हो चुके हैं. इन्होंने बताया कि पहले वकील सुरक्षित हुआ करते थे. वकील पर हमला करने से भी लोग डरते थे . लेकिन आज के दौड़ में वकील ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं. इस घटना को लेकर वकील संघ ने पूरे जिले में वकालत कार्य गुरुवार को ठप रखा है. आगे न्याय मिलने के बाद ही वकालत शुरू होगी .
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