क्राइम

‘सोनम की भी अम्मा है बंदना!’ प्रेमी के लिए पति के किए 5 टुकड़े, गड़ासे से काटा सास का गला, फेंक आई दूसरे राज्य

 असम के गुवाहाटी में बंदना ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पति और सास की हत्या कर दी. फिर शव के टुकड़े कर मेघालय में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए. चलिए पूरी कहानी आपको बताते हैं.

 

इंदौर से शादी के बाद हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे राजा रघुवंशी हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. लेकिन अगर आप इस केस के बारे में जान कर डर रहे हैं तो जरा ठहरिए, क्योंकि आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे केस के बारे में जिसमें एक पत्नी ने अपने प्रेमी से पति को नहीं मरवाया, बल्कि खुद प्रेमी के लिए अपने पति और सास को मारा. इतना ही नहीं इस केस में महिला ने अपनी सास और पति के शव के टुकड़े कर के दूसरे राज्य में फेंक दिया था. जी हां, हम बात कर रहे हैं वंदना कलिता के बारे में. चलिए बताते हैं पूरा मामला क्या है. 

29 अगस्त 2022, गुवाहाटी
गुवाहाटी का नूनमाटी पुलिस थाना, उस दिन सुबह-सुबह एक परेशान और घबराई हुई महिला थाने में दाखिल हुई. महिला का नाम था बंदना कलिता. आंखों में आंसू और चेहरे पर डर लिए उसने पुलिस वालों को एक तहरीर सौंपी. उसने बताया कि उसके 32 साल के पति अमरज्योति डे और 62 साल की सास शंकरी डे अचानक कहीं गायब हो गए हैं. उसने उन्हें ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. बंदना की आवाज कांप रही थी और फिर वह रोने लगी. पुलिस वालों ने उसकी बात ध्यान से सुनी और उसे भरोसा दिलाया कि वे जल्द ही उसके पति और सास को ढूंढ निकालेंगे. लेकिन अमरज्योति और शंकरी का कोई सुराग नहीं मिला.
तलाश करते-करते नवंबर का महीना आ गया था. पुलिस अब भी अपनी जांच में लगी थी. तभी एक दिन नूनमाटी थाने में एक नया शख्स पहुंचा. उसने खुद को अमरज्योति का कजिन बताया और एक नई तहरीर दी. इस तहरीर में उसने न सिर्फ अमरज्योति और शंकरी के गायब होने की बात दोहराई, बल्कि बंदना पर भी शक जताया. अब पुलिस के सामने दो शिकायतें थीं. एक बंदना की, जिसमें उसने अपने पति और सास के गायब होने की बात कही थी. दूसरी अमरज्योति के कजिन की, जिसमें बंदना पर ही शक जताया गया था. पुलिस अब इस मामले को कई दिशाओं से देख रही थी. साल बदल गया और 2023 आ गया.
बंदना दोबारा थाने आई
14 फरवरी 2023 को बंदना एक बार फिर नूनमाटी थाने पहुंची. उसने पुलिस से अपने पति और सास के बारे में पूछा. पुलिस ने उसे बताया कि जांच चल रही है और उसे वहां से जाने को कहा. लेकिन अब पुलिस को बंदना पर शक होने लगा था. उन्होंने उसका फोन सर्विलांस पर डाल दिया और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखनी शुरू कर दी. पुलिस ने बंदना की पूरी हिस्ट्री निकाली और फिर एक दिन बंदना को पूछताछ के लिए बुलाया. बंदना से लगातार दो दिन तक पूछताछ की गई. आखिर में उसने सच उगल दिया.
12 साल पहले…
पता चला कि, करीब 12 साल पहले बंदना और अमरज्योति ने अपने परिवारों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी की थी. शुरुआत में शंकरी ने इस शादी को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन बाद में वह अपनी बहू को अपनाने लगी थी. अमरज्योति बेरोजगार था, इस बात को लेकर बंदना और अमरज्योति में लगातार झगड़े होते रहते थे. शंकरी अपने बेटे और बहू की आर्थिक मदद भी करती थी. लेकिन समय के साथ बंदना और अमरज्योति के बीच झगड़े इतने बढ़ गए कि बात तलाक तक पहुंच गई. 

जिम में फिटनेस ट्रेनर की नौकरी
बंदना तलाक नहीं लेना चाहती थी, लेकिन वह इन झगड़ों से तंग आ चुकी थी. उसने गुवाहाटी में एक जिम में फिटनेस ट्रेनर की नौकरी शुरू कर दी. शुरुआत में शंकरी ने उसका साथ दिया और उसे काम करने के लिए प्रोत्साहित किया. लेकिन समय के साथ बंदना के लक्षण बदलने लगे. वह कई लोगों से मिलती, पार्टी करती. इसके बाद जल्द ही शंकरी का रवैया बदल गया, वह बंदना को सपोर्ट करने की बजाय उससे दूरी बनाने लगी.
बंदना कलिता
करोड़ों की मालकिन थी शंकरी
शंकरी एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थी, इसके अलावा शंकरी, गुवाहटी के नूनमाटी में 5 प्लौर वाले फ्लैट की मालकिन थी. वह इस फ्लैट को किराए में दे रखी थी, जिससे उसकी अच्छी खासी इनकम भी होती थी. इसके अलावा शंकरी के नाम एक जमीन भी थी. जिसकी कीमत काफी ज्यादा थी. बंदना को इस बात का लालच हो गया था. उसे पता था कि अमरज्योति और शंकरी के बाद सारी प्रॉपर्टी उसे ही मिलनी है. यही कारण था कि वह अमरज्योति से तलाक नहीं लेना चाहती थी. लेकिन… 

रास्ते से सास और पति को हटाने का फैसला
बंदना के मन में अब गुस्सा और नफरत थी. उसने अपने पति और सास को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. वह जानती थी कि यह काम अकेले नहीं हो सकता. इसलिए उसने अपने दो दोस्तों, धंती और अरूप, को अपने प्लान में शामिल कर लिया. अब उसे बस सही मौके का इंतजार था.
26 जुलाई 2022 का दिन
वह दिन था 26 जुलाई 2022. दोपहर का समय था. शंकरी, अमरज्योति और बंदना से अलग दूसरे फ्लैट में रहती थी. बस इस बात का फायदा बंदना ने उठाया. शंकरी को जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसकी बहू उसके लिए क्या प्लान कर चुकी थी. वह अपने कमरे में आराम कर रही थी. तभी बंदना वहां पीछे से पहुंची. उसने बेड पर चढ़कर शंकरी के चेहरे पर तकिया रख दिया और उसे जोर से दबा दिया. शंकरी ने छटपटाने लगी, लेकिन बंदना ने उसे नहीं छोड़ा. कुछ ही देर में शंकरी की सांसें थम गईं. इस समय बंदना के दोस्त वहीं मौजूद थे. 

शंकरी और अमरज्योति
गड़ासे से काटा गला
धंती, बंदना के साथ था और अरूप दरवाजे पर पहरा दे रहा था. बंदना ने एक बेलन शंकरी के गले के पीछे रखा और गड़ासे से 3 ही बार में उसका सिर, धड़ से अलग कर दिया. अब आगे का काम धंती का था. वह शकरी के शरीर के टुकड़े करने लगा और बंदना कमरे में खून साफ कर रही थी. अब तीनों दोस्तों ने मिलकर शंकरी के शरीर को एक कंबल में लपेटकर एक झोले में भर दिया. फिर उन टुकड़ों को पॉलिथीन में बांधकर कार की डिग्गी में रखा और मेघालय की ओर निकल पड़े. बॉर्डर पार करने के बाद उन्होंने लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया और गुवाहाटी वापस लौट आए.
शंकरी की हत्या के करीब 22 दिन बाद
शंकरी की हत्या के करीब 22 दिन बाद बंदना ने अमरज्योति को ठिकाने लगाने का फैसला किया. 17 अगस्त 2022, उस दिन बंदना और अमरज्योति नरेंगी में अपने फ्लैट पर थे. बंदना ने अपने दोनों दोस्तों को वहां बुला लिया. जैसे ही मौका मिला, तीनों ने मिलकर अमरज्योति पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया. उन्होंने इतने वार किए कि अमरज्योति की मौत हो गई. इसके बाद उन्होंने उसकी लाश को भी पांच टुकड़ों में काट दिया. टुकड़ों को पॉलिथीन में पैक किया और कार की डिग्गी में रखकर फिर से मेघालय की ओर चल पड़े. वहां लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंक कर वे गुवाहाटी लौट आए. 

बंदना कलिता
बंदना और धंती का रिलेशन
पकड़े जाने के बाद बंदना कलिता ने पुलिस के सामने दावा करते हुए बताया कि उसका पति नशा करता था, इतना ही नहीं, उसकी कई लड़कियों के साथ दोस्ती थी. इन सबकी वजह से ही उन दोनों के बीच आए दिन झगड़े हुआ करते थे. लेकिन सच कुछ और ही था. पुलिस ने बंदना, धंती और अरूप को गिरफ्तार कर लिया. अरूप सब्जी का ठेला लगाता था और धंती कार ड्राइवर था. जांच के बाद सामने आया कि बंदना और धंती रिलेशन में थे, धंती अक्सर बंदना और अमरज्योती के घर जाता रहता था. इस बात पता बंदना के पति को चल गया था. जिसके बाद बात तलाक तक आ गई थी. वहीं शंकरी को पहले से ही बंदना के चरित्र पर शक था. यही कारण था कि बंदना ने उन्हें रास्ते से हटाने का फैसला किया. साथ ही सोचा कि हत्या के बाद बंदना और धंती प्रॉपर्टी पर राज करेंगे.
मेघालय से बरामद हुए लाश के टुकड़ेपूछताछ के बाद गुवाहाटी पुलिस तीनों आरोपियों को पड़ोसी राज्य के उन ठिकानों पर ले गई, जहां उन्होंने शंकरी डे और अमरज्योति की लाश के टुकड़े फेंके थे. इस काम लिए मेघालय पुलिस की मदद ली गई और आरोपियों की निशानदेही पर पहले चेरापूंजी के पास खासी हिल्स से शंकरी डे की लाश के टुकड़े बरामद किए गए. बाद में दूसरी जगह से अमरज्योति की लाश के टुकड़े भी पुलिस ने बरामद कर लिए.
सुबूत की बरामद
पुलिस ने इस केस की छानबीन के दौरान मुख्य आरोपी बंदना और धंती के मोबाइल फोन, लाश के टुकड़ों को ले जाने वाली कार, दोनों मृतकों के एटीएम कार्ड, फटे हुए कपड़े और एक कंबल भी बरामद किया. ये वही कंबल था, जिसमें शंकरी डे की लाश को लपेटा गया था. ये सभी बरामद सामान फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया. पुलिस ने केस खुलासा करने के बाद बंदना समेत तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. 

हत्या के बाद मिले सबूत. बंदना, धंती और अरूप
फिर भी आजाद हैं तीनों आरोपी…
यह कहानी जितनी डरावनी थी, सजा उससे भी ज्यादा गुस्सा दिला देने वाली थी, क्योंकि गुनहगारों को तो कोई सजा ही नहीं मिली. जी हां 13 मई 2023 कत्ल के 3 महीने बाद, तीनों के खिलाफ 1600 पन्नों की चार्जशीट ड्राफ्ट की गई. लेकिन इन्वेस्टिगेशन पूरी होने के पहले ही उसे कोर्ट में सबमिट कर दिया गया. जिसके चलते दोषी बेल की मांग कर सकता है. इस केस में भी ऐसा ही हुआ, दोषियों ने बेल के लिए एप्लीकेशन डाल दी, हालांकि 17 जून को कोर्ट ने तीनों की इस डिमांड को खारिज कर दिया. लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट कोर्ट में सबमिट नहीं हो पाई थीं. इसलिए सिर्फ 50,000 रुपये फीस और कुछ कंडीशन पर गुवाहाटी हाई कोर्ट से 11 अक्टूबर 2023 को धंती और अरूप को बेल मिल गई. इसके साथ ही 10 नवंबर 2023 को बंदना धंती को भी कुछ कंडीशन पर बेल दे दी गई.

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