गुजरात
गुजरात में आसमान से बरस रही आफत, बारिश और बाढ़ में 18 की मौत, IMD ने की डराने वाली भविष्यवाणी

गुजरात में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, 18 की मौत. मेहसाणा, अरावली समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आपात बैठक की. NDRF और SDRF की टीमें तैनात…
हाइलाइट्स
- गुजरात में भारी बारिश से 18 की मौत
- मुख्यमंत्री ने आपात बैठक की, राहत कार्य तेज
- NDRF और SDRF की टीमें तैनात
गुजरात में मूसलाधार बारिश के चलते हालात गंभीर हो गए हैं. राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं और अब तक वर्षा से जुड़ी घटनाओं में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौसम विभाग ने राज्यभर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार, मेहसाणा, अरावली, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, नवसारी, वलसाड, राजकोट और जामनगर जैसे जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने, पेड़ों के नीचे वाहन न खड़ा करने और शीशे वाली जगहों से दूर रहने की सख्त अपील की है.
हलवद और मोरबी में हालात बेहद गंभीर
हलवद में भारी बारिश के कारण कोज वे पूरी तरह डूब गया है, जिससे हलवद से रणमलपुर जाने का रास्ता बंद हो गया है. वहीं खारी नदी में बाढ़ जैसे हालात हैं और आसपास के इलाकों में पानी भर गया है. इसके अलावा मोरबी के मच्छु-3 डेम के तीन गेट 5 फीट तक खोल दिए गए हैं. भारी बारिश के कारण डेम में पानी की आवक बढ़ गई है, जिससे तटीय इलाकों के 21 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है.
बोटाद, अमरेली, सुरेंद्रनगर सबसे ज्यादा प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि बोटाद, अमरेली, सुरेंद्रनगर और भावनगर जिलों में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है. बोटाद जिले के खंभाडा डेम के गेट भी मंगलवार को खोल दिए गए, जिससे गढड़ा रोड बंद करनी पड़ी. कई शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति है.
मुख्यमंत्री ने लिया हालात का जायजा
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आपात बैठक कर 25 जिलों के जिलाधिकारियों से बात की और निर्देश दिए कि जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए. राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले को पोस्टमार्टम और राहत कार्यों के लिए अनुदान देने की घोषणा की है.
NDRF और SDRF की टीमें सभी जिलों में तैनात कर दी गई हैं. प्रभावित क्षेत्रों से लोगों और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे बेहद अहम हैं क्योंकि कई क्षेत्रों में 20 सेमी से अधिक वर्षा होने की संभावना है. राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है.