SRH के बॉलर के मुंह से निकलता था झाग,मां हो गई हैरान,बहन को करनी पड़ी निगरानी और फिर…

IPL 2023 : इंडियन प्रीमियर लीग युवा खिलाड़ियों के लिए टीम इंडिया में दाखिल होने का एक एंट्री प्वाइंट है तो पुराने धुरंधरों को यह लीग खुद को फिर से साबित करने का मौका भी देती है. सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज के लिए आईपीएल का यह सीजन बेहद अहम होने जा रहा है. टूर्नामेंट में बॉलर का प्रदर्शन ही उसके टीम इंडिया में भविष्य पर फैसला करेगा.
नई दिल्ली
. सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के लिए आईपीएल का यह सीजन बेहद अहम है. टीम इंडिया से बाहर चल रहे भुवनेश्वर कुमार को बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से भी ‘आउट’ कर दिया है. ऐसे में आईपीएल में जोरदार प्रदर्शन ही भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी करा सकता है. हालांकि, क्रिकेट भुवी की पहली पसंद नहीं थी. वह तो किसी और ही फील्ड में हाथ आजमाना चाहते थे.
भुवनेश्वर कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया कि पापा पुलिस में थे. चाचा और बाकी रिश्तेदार भी आर्मी या पुलिस में थे. बचपन में मैं भी आर्मी ज्वाइन करने के बारे में सोचता था. हालांकि, एक बार क्रिकेट से जुड़ा तो इस खेल से लगाव बढ़ता ही चला गया. भुवनेश्वर के मुताबिक, मैं क्लास सात या आठ में था तब से जिद चढ़ी कि मुझे स्टेडियम में जाकर प्रैक्टिस करनी है. पर यह आसान नहीं था. उस समय पढ़ना भी होता था. घरवाले खेलने तो देते, लेकिन पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट खेलने की आजादी नहीं थी.
भुवी ने बताया, दिन में दो से ढाई के बीच खाना खाकर स्टेडियम के लिए निकलना होता था. तीन से सात बजे तक प्रैक्टिस करनी होती थी. इतना थक जाता कि घर पहुंचते ही क्रिकेट किट में सो जाता. मेरे बगैर खाना खाए सोने से मां परेशान हो जाती. उन्होंने दीदी को ड्यूटी लगा दी कि मुझे बिना खाना खाए न सोने दें. भुवनेश्वर ने कहा, जब आप गहरी नींद में सोते हैं तो मुंह से झाग जैसा निकलता है. मां उसको पोछती थी. मैं उन दिनों को कभी नहीं भूल सकता.
‘घरवालों को लगा वक्त बर्बाद कर रहा’
भुवनेश्वर कुमार ने कहा, एक वक्त ऐसा भी आया जब घरवालों को लगा कि मैं अपना टाइम वेस्ट कर रहा हूं. दरअसल, घरवालों को लगता था कि खेलने से ज्यादा पढ़ना जरूरी है. पढ़ाई से ही आगे अवसर मिलेंगे. बाद में जब मैं अंडर 15 में सेलेक्ट हुआ तो घरवालों का रुख बदला. भुवी के मुताबिक, मुझे रणजी खेलते-खेलते चार पांच साल हो गए थे. इनमें से सिर्फ एक साल ही अच्छा गया. घरवालों को चिंता हुई कि ये इंडिया नहीं खेलेगा तो इसका क्या होगा? उन्हें बस उसी क्षण का इंतजार था जब उनका बेटा इंडिया के लिए खेले.
सनराइजर्स के पेस अटैक की अहम कड़ी
भुवनेश्वर कुमार सनराइजर्स हैदराबाद के पेस अटैक की अहम कड़ी हैं. वह 2018 से टीम के साथ जुड़े हुए हैं. आईपीएल 2023 के लिए हैदराबाद ने भुवी को 4.20 करोड़ में रिटेन किया था.लीग के पिछले सीजन में भुवनेश्वर ने 14 मैचों में 12 विकेट हासिल किए थे.