दुल्हन ने प्यार से लगाया फोन, बोली – ‘शाम हो गई, बारात कहां है?’ दूल्हे से मिला ऐसा जवाब, नहीं हो पाई शादी

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में दुल्हन के सपने बिखर गए. नई जिंदगी के सपने संजोकर, हाथों में मेहंदी लगाए बारात का इंतजार कर रही थी. देर शाम तक जब बारात नहीं आई तो दुल्हन का धैर्य जवाब दे गया. उसने दूल्हे को फोन मिलाया. दुल्हन ने प्यार से पूछा कि बारात कहां तक पहुंची. दूल्हे ने फोन पर ऐसा जवाब दिया कि फिर शादी नहीं हो पाई. आइये जानते हैं पूरा मामला…
- दहेज की मांग पर बारात नहीं पहुंची, शादी टली.
- दूल्हे पक्ष ने 1 लाख नकद, बाइक और सोने की चेन मांगी.
- दुल्हन पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
बाराबंकी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है, जहां दहेज की मांग पूरी न होने पर बारात ही नहीं पहुंची. यह मामला कोतवाली बदोसराय क्षेत्र के कसरैलाडीह गांव का है, जहां एक लड़की अपने सजे-धजे हाथों में मेहंदी लगाए, पूरी रात दूल्हे और बारात का इंतजार करती रही, लेकिन बारात नहीं आई.
दुल्हन पक्ष के अनुसार, शादी की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं और मेहमानों की मौजूदगी में इंतजार हो रहा था, लेकिन लड़के वालों ने ऐन वक्त पर शादी से इनकार कर दिया.
दहेज में मांगा ये
दुल्हन के पिता ने आरोप लगाया कि दूल्हे पक्ष की ओर से दहेज में एक लाख रुपये नकद, अपाचे मोटरसाइकिल और दूल्हे व उसके पिता के लिए सोने की चेन की मांग की गई थी. उन्होंने जैसे-तैसे कुछ इंतजाम करने की कोशिश की, लेकिन जब पूरी मांग पूरी नहीं हो सकी तो लड़के वालों ने दूल्हे की बीमारी का बहाना बनाकर बारात लाने से इनकार कर दिया.
पुलिस से की गई शिकायत
बारात के नहीं पहुंचने से दुल्हन पक्ष को भारी अपमान और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा. परिजनों ने इस मामले की शिकायत बदोसराय कोतवाली पुलिस में दर्ज कराई है. पीड़ित परिवार की मांग है कि दहेज के लालच में बेटी की शादी तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो.
न्याय की उम्मीद में बैठा परिवार
इस घटना से न केवल एक लड़की का सपना टूटा है, बल्कि दहेज प्रथा जैसी कुरीति की क्रूरता भी उजागर हुई है. अब पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है और प्रशासन से उम्मीद कर रहा है कि दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में कोई और बेटी इस तरह की पीड़ा से न गुजरे.