प्रियंका ने मोदी सरकार को घेरा, क्या हम बच्चों को ये बकवास सिखा रहे : CBSE परीक्षा

प्रियंका गांधी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा- अविश्वसनीय! क्या हम वाकई बच्चों को यह बकवास सिखा रहे हैं?स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं पर इन विचारों का समर्थन करती है, नहीं तो वो इसे सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल करते? जानें प्रश्नपत्र में क्या लिखा था बता दें शनिवार को सीबीएसईअंग्रेजी परीक्षा के प्रश्न पत्र में एक पैसेज में लिखे वाक्यों पर प्रियंका गांधी ही नहीं अभिभावकों ने भी आपत्ति जताई थी। परीक्षा के पेपर के इस पैसेज में लिखा था जिसमें लिखा था वो अपनी ही दुनिया में रहतीं है। वहीं दूसरी लाइन में लिखा था आजकल की आधुनिक महिलाएं अपने पति की बात नहीं मानती हैं। वहीं तीसरी लाइन में लिखा था बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए हैं जिसका कारण नारीवादी विद्रोह है। सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा पैसेज के अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें लोगों ने सीबीएसई को जेंडर स्टीरियोटाइप और महिला विरोधी माना जा रहा है। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #CBSEinsultswomen ट्रेंड करने लगा।
राहुल गांधी ने इसे घृणित बताया कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए इसे ‘घृणित’ बताया है। तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा, यह अपमानजनक रूप से निरर्थक पठन मार्ग 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में आज दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं? सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके साथ भड़काने के लिए माफी मांगनी होगी। ” सीबीएससी बोर्ड ने दिया ये जवाब सीबीएसई बोर्ड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि कल आयोजित सीबीएसई दसवीं क्लास के अंग्रेजी पेपर के एक सेट में कुछ माता-पिता और छात्रों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। हालांकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अब इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास भेज दिया है और कहा मामले को बोर्ड की पूर्व-निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार विचार के लिए विषय विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा। बोर्ड द्वारा जारी सही उत्तर विकल्प और उत्तर कुंजी के संबंध में, यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि विशेषज्ञों का मानना है कि मार्ग से पता चलता है कई व्याख्याएं, छात्रों के हितों की रक्षा के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
12 की परीक्षा में पूछा गया था ये सवाल बता दें दिसंबर में शुरू हुई सीबीएसई कक्षा 12 के समाजशास्त्र के पेपर ने छात्रों से उस पार्टी का नाम बताने के लिए कहा, जिसके तहत “गुजरात में 2002 में मुस्लिम विरोधी हिंसा” हुई थी, जिसे बोर्ड ने बाद में “अनुचित” और उसके दिशानिर्देशों के खिलाफ कहा था।