गौमाता के लिए योगी सरकार पीठ ठोकती चली आ रही है और उसी में घोटाला हो गया, बोले स्वामी प्रसाद मौर्य

पशुपालन में विभाग में घोटाला उजागर होने के बाद सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं।
लखनऊ
यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गौमाता के लिए योगी सरकार पीठ ठोकती चली आ रही है, लेकिन उसी में घोटाला हो गया। मौर्य ने कहा कि यह वही पशुपालन विभाग है जो गौमाता और गौवंश के लिए ही होता है।
मौर्य ने कहा कि योगी सरकार गौमाता और गौवंश की प्राथमिकता के लिए शुरू से लेकर आज तक पीठ ठोकती चली आ रही है। यह पहली सरकार है, जिसने गौमाता और गौवंश को छुट्टा जानवर की तरह प्रदेश की सड़कों पर छोड़ दिया है। जिससे किसान बुरी तरह प्रभावित है। उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक पहले किसानों की दशा को देखकर के सीएम योगी ने गौशाला खुलवाए, लेकिन गौशाला में भी भूसा-चारा के अभाव में गौमाता दम तोड़ती रहीं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग गौमाता और गौवंश की सेवा के लिए ही बनाया गया है, लेकिन पशुपालन विभाग ही गौवंशों को मौत के घाट उतारने की व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारी बेखौफ होकर लूट और भ्रष्टाचार कर रहे हैं और योगी सरकार आंख मूंद कर बैठी हुई है।
पशुपालन घोटाला और स्वास्थ्य विभाग ट्रांसफर मामले में सीएम योगी का एक्शन
वहीं पशुपालन विभाग में घोटाले को लेकर सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं। एपीसी मनोज सिंह और एसीएस देवेश चतुर्वेदी इस पूरे मामले की जांच करके सात दिन के भीतर शासन को देंगे। बता दें पशुपालन विभाग में 50 करोड़ रुपए से अधिक घोटाले का मामला उजागर हुआ था।
हीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने पशुओं के उपचार के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न उपकरणों और वस्तुओं की खरीद बाजार मूल्य से दोगुनी से भी ज़्यादा कीमत पर कर ली। जिस कोल्ड बॉक्स को मध्य प्रदेश में 50 हजार से कम में खरीदा गया, उसे उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग ने 1 लाख, 27 हजार 700 रुपए में खरीद लिया।