RANJI TROPHY 2025: सितारों से सजी मुंबई की अपने ही घर में निकली बारात, रोहित-जायसवाल-अय्यर-रहाणे को मुंह चिढ़ा गई जम्मू कश्मीर की टीम

जिस टीम में रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, अजिक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर और शर्दुल ठाकुर जैसे नामी खिलाड़ी खेल रहे हो और वो टीम गुमनाम पर काम के खिलाड़ियों से मैच हार जाए तो क्रिकेट जगत में हलचल मच जाएगी. सितारों से सजी मुंबई टीम को जम्मू कश्मीर के युवा खिलाड़ियो ने हरा दिया और अहम बात ये रही कि ज्यादातर सेशन में जम्मू कश्मीर के नाम रहे जो ये दर्शाता है कि नाम वाले खिलाड़ी अपना काम करने में नाकाम रहे.
नई दिल्ली.
पहली पारी में सिर्फ 32 ओवर और दूसरी पारी में 74 ओवर बल्लेबाजी करने वाली मुंबई टीम जिसमें टेस्ट ओपनर रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल हो, मिडिल आर्डर में अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी हो और ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर हो और तब ये सितारे एक गुमनाम टीम के खिलाड़ियों से हार जाए तो समझ लेना चाहिए कि खेल बड़ा होता है खिलाड़ी नहीं.
मुंबई जिस जम्मू कश्मीर टीम से हारी उसमें एक भी खिलाड़ी ऐसा नही था जिसके पास देश की जर्सी हो पर इस टीम के पास बहादुरी का कवच था जिसकी वजह से ये टीम रोहित, जायसवाल, समेत सभी बड़े नामों का मान मर्दन करने में कामयाब रही. वो तो मुंबई की टीम मैनेजमेंट शुक्र मना रही होगी शार्दुल ठाकुर का नहीं तो मुंबई एक दिन पहले ही मैच हार चुकी होती. इस मैच से एक बात तो साबित हो गई कि तैयार हो कर आने और तैयारी करने में क्या फर्क होता है.
नाम बड़े दर्शन छोटे
बांद्रा-कुर्ला स्पोर्ट्स कॉप्लेक्स के मैदान इस बात का साक्षी बना कि सितारे कैसे जमीन पर उतरते है और अपनी चमक खोते है. सिलसिलेवार तरीके से देखेंगे तो समझ आएगा कि मुंबई टीम की हार की बड़ी वजह उनके बड़े बल्लेबाजों का छोटा प्रदर्शन रहा. रोहित ने पहली पारी में 19 और दूसरी पारी में सिर्फ 35 गेंद खेली,वहीं यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में 8 गेंद खेली और दूसरी पारी में 51 गेंद. साफ है एक में बिना सेट हुए विकेट गंवाया तो दूसरी पारी में सेट होकर. मिडिल आर्डर में कप्कान रहाणे ने पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में 36 गेंदो का सामना किया. श्रेयस अय्यर का हाल भी बहुत खराब रहा पहली पारी में 7 गेंद और दूसरी पारी में 16 गेंद खेल पाए . शिवम दुबे ने पहली पारी में 4 गेंद और दूसरी पारी में 3 गेंद खेली और दोनों पारी में वो खाता भी नहीं खेल पाए. ऐसे प्रदर्शन के बाद मुंबई के हालात को समझा जा सकता है.
जम्मू के तेज गेंदबाजों का रहा जलवा
पुरानी कहावत है कि बल्लेबाज को गेंदबाज को नहीं उसके हाथ से छूटी गेंद को खेलना चाहिए. मुंबई ने इसका उल्टा किया रोहित, जायसवाल, रहाणे, अय्यर और शिवम दुबे को लगा कि जम्मू कश्मीर के गुमनाम गेंदबाज क्या कर लेंगे. एक ऐसी पिच पर जहां तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ी मदद थी मुंबई ने पहले बल्लेबाजी की . इस फैसले ने मैच की तस्वीर को बदल कर रख दिया. पहली पारी में मुंबई उमर नजीर और युद्धवीर सिंह की घातक गेंदबाजी के सामने 120 रन पर सिमट गई. दूसरी पारी में भी मुंबई ने 101 रन पर 7 विकेट खो दिए थे. आकिब नबी और युद्धवीर ने फिर मुंबई को झकझोर कर रख दिया. वो तो शार्दुल ठाकुर ने शतक लगाकर थोड़ी लाज बचाने का काम किया.
बल्लेबाजों ने रचा इतिहास
205 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में जम्मूकश्मीर के बल्लेबाजों को थोड़ी मेहनत जरूर करनी पड़ी . ओपनर बल्लेबाज शुभम खजुरिया ने पहली पारी में कमाल का अर्धशतक लगाया और दूसरी पारी में भी उनकी बल्लेबाजी मुंबई के स्टार बल्लेबाजों के लिए एक सीख थी. आलराउंडर आबिद मुश्ताक नें भी इस मैच पर अपनी अलग छाप छोड़ी. रनों का पीछा करने में दबाव जम्मू कश्मीर के बल्लेबाजों पर नजर भी आया. ज्यादातर बल्लेबाज विव्रांत शर्मा, अब्दुल समद, यावर हसन सभी को अच्छी शुरुआत मिली पर जल्दी जीत हासिल करने के चक्कर में विकेट गंवाते चले गए. एक समय 54 रन बनाने थे और 5 विकेट गिर चुके थे पर कीपर कन्हैया वधावन और पहली पारी में 44 रन की पारी खेलने वाले आबिद ने ये तय किया कि उनकी टीम मुंबई के खिलाफ इतिहास रचकर ही मैदान से वापस लौटेगी. मंबई के लिए गेंदबाजी में शम्स मुलानी ही थोड़ा मैच में रोमांच लाने में कामयाब रहे पर उनका अकेले का प्रदर्शन मुबंई की साख को राख होने से नहीं बचा पाया.