48 लाख रुपये की ठगी, 12.50 लाख रुपये रिश्वत…20 लाख कैश और 2 रिश्वतखोर सब-इंस्पेक्टर

हरियाणा के फरीदाबाद में एंटी करप्शन ब्यूरो ने सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. उससे करीब 20 लाख रुपए बरामद किए हैं, जबकि उसका साथी सब इंस्पेक्टर फरार है. दोनों पर रिश्वत लेने के आरोप में कार्रवाई हुई है.
फरीदाबाद.
हरियाणा के फरीदाबाद में रिश्वतकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर की गाड़ी से पहले जहां सात लाख रुपये बरामद होने की बात सामने आई थी. लेकिन अब खुलासा हुआ है कि गाड़ी से 20 लाख रुपये बरामद हुए हैं. उधर, सब इंस्पेक्टर का दूसरा साथी सब इंस्पेक्टर फरार है.
दरअसल, फरीदाबाद में गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने यह बड़ी कार्रवाई की थी. एसीबी टीम ने साइबर थाने के सब-इंस्पेक्टर अर्जुन को साढ़े 12 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इस दौरान उसका साथी सब इंस्पेक्टर गाड़ी मैं बैठकर मौके से फरार हो गया. फिलहाल, एसीबी इस मामले के दूसरे आरोपी सब इंस्पेक्टर की तलाश में जुटी है. एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए सब इंस्पेक्टर का नाम अर्जुन है, जबकि उसके फरार साथी सब इंस्पेक्टर नाम रामचंद्र है. दोनों आरोपी सब इनस्पेक्टर फरीदाबाद के सेक्टर 17 साइबर थाने में तैनात थे. दोनों की साइबर थाने में पहली पोस्टिंग बताई जा रही है.
एक केस में जमानत दिलवाने की बात कही
सूत्रों के मुताबिक फरवरी 2024 में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसकी जांच एसआई अर्जुन कर रहा था. इस शिकायत में 48 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे. एसीबी को मिली शिकायत में शिकायतकर्ता इस मामले में आरोपी है. उसी ने एसीबी को शिकायत दी थी. उसे साइबर ठगी के मामले में जमानत मिल चुकी है. जेल से बाहर आने के बाद आरोपी सब इंस्पेक्टर उस पर यह कहते हुए पैसे देने का दबाव बना रहा था कि उसने जमानत दिलाने में मदद की है. इस पर परेशान होकर शिकायतकर्ता ने एसीबी फरीदाबाद को शिकायत दी, जिसके बाद एसीबी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया और आरोपी अब इंस्पेक्टर अर्जुन को गिरफ्तार कर उसके पास से 19 लाख 97 हजार रुपए बरामद किए हैं.