विदेश

हमाम में सब नंगे! बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ वारंट जारी कराने वाले वकील यौन शोषण के आरोपी

ICC prosecutor Karim: इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के प्रोसेक्यूटर करीम खान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करवाकर दुनिया में चर्चा बटोर रहे हैं. इस बीच उनका खुद का काला चिट्ठा सामने आ गया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने एक महिला का यौन शोषण किया और उसे चुप कराने के लिए उसे धमकाया.

इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने गाजा में कथित युद्ध अपराध के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. इससे पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. अब वारंट जारी करने वाले अभियोजक भी विवादों में घिर गए हैं. 54 वर्षीय अभियोजक करीम खान ने नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया है. खान पर आरोप है कि वह एक साल तक एक महिला सहयोगी से संबंध बनाने की कोशिश की और फिर उसके साथ जबर्दस्ती रिश्ते बनाए. जांच के दौरान यह कहा गया कि खान ने अपनी इज्जत बचाने के लिए उस महिला पर लगातार दबाव बनाया कि वह अपने बयान से मुकर जाए.

रिपोर्ट के मुताबिक एक ब्रिटिश जज और आईसीसी के एक अधिकारी ने उस महिला से मिलकर बात की थी. इस बारे में ब्रिटिश अखबार गार्जियन में एक डिटेल रिपोर्ट छपी है. अखबार ने सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट छापी है. घटना के उजागर होने के बाद आईसीसी ने खान से कहा था कि वह महिला से संपर्क न करें. अभियोजक खान कहते रहे हैं कि उनका उक्त महिला के साथ कोई संबंध नहीं है. उनका कहना है कि नेतन्याहू के खिलाफ फैसले की वजह से उनको बदनाम करने के लिए गंदा खेल खेला जा रहा है. खान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऐसे किसी भी आरोप में कोई सच्चाई नहीं है. बीते 30 सालों में मैं अलग-अलग हैसियत से काम कर चुका हूं, लेकिन आज तक किसी ने मेरे खिलाफ ऐसे आरोप नहीं लगाए हैं.

नेतन्याहू, उनके पूर्व रक्षा मंत्री और हमास के अधिकारियों के खिलाफ वारंट
गुरुवार को आईसीसी ने नेतन्याहू के साथ इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री और हमास के अधिकारियों के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया. इसमें उन पर गाजा में युद्ध और अक्टूबर 2023 के हमलों को लेकर युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया गया है. अक्टूबर 2023 में इजराइल पर हमले के बाद फलस्तीनी क्षेत्र में इजराइल का हमला शुरू हुआ. संघर्ष में हमास के कई अधिकारी मारे गए हैं. इस दौरान हजारों आम लोगों की भी मौत हुई.

आईसीसी के इस निर्णय से नेतन्याहू और अन्य आरोपी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वांछित संदिग्ध बन गए हैं. इससे उनके अलग-थलग पड़ने एवं 13 महीने से जारी संघर्ष को समाप्त कराने का मसला और उलझ गया है. हालांकि, इस वारंट का व्यावहारिक प्रभाव कुछ खास नहीं होगा. क्योंकि इजराइल और उसका प्रमुख सहयोगी अमेरिका, आईसीसी के सदस्य नहीं हैं. नेतन्याहू और अन्य इजराइली नेताओं ने आईसीसी के मुख्य अभियोजक करीम खान के वारंट के अनुरोध की निंदा करते हुए इसे अपमानजनक और यहूदी विरोधी बताया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी अभियोजक की निंदा की और हमास के खिलाफ खुद का बचाव करने के इजराइल के अधिकार का समर्थन किया.

 

 

 

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button