तेजस्वी को धन्यवाद… लालू ने डाल दिए हथियार! बिहार में फिर एक बार नीतीशे कुमार का रास्ता साफ

राजद की रणनीति, पार्टी नेताओं के बॉडी लैंग्वेज और बयान यही दर्शा रहे हैं कि राजद की ओर से अब सरकार बनाने के प्रयास छोड़ दिए हैं. यहां यह भी बता दें कि देर रात जीतन राम मांझी ने एनडीए की सरकार बनाने के लिए बीजेपी को समर्थन पत्र सौप दिया है.
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पटना.
बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार की लीडरशिप में एनडीए सरकार के गठन की संभावाना बढ़ गई है. मुख्यमंत्री आवास एक अने मार्ग के संवाद हाल में 200 कुर्सी लगाने का नीतीश कुमार ने आदेश दिया है. सीएम आवास में जदयू विधायकों के आने का क्रम भी शुरू हो चुका है. कहा जा रहा है कि नई सरकार बनने से पहले कई बैठकें होंगी और सीएम नीतीश पहले जदयू और उसके बाद एनडीए के विधायकों को संबोधित भी कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार इस्तीफा देकर शाम तक मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के भी शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है. वहीं, दूसरी ओर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव लगातार अपने नेताओं और विधायकों संग बैठक कर रहे हैं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि राजद की ओर से हथियार डाल दिया गया है.
राजद की रणनीति, पार्टी नेताओं के बॉडी लैंग्वेज और बयान यही दर्शा रहे हैं कि राजद की ओर से अब सरकार बनाने के प्रयास छोड़ दिए हैं. यहां यह भी बता दें कि देर रात जीतन राम मांझी ने एनडीए की सरकार बनाने के लिए बीजेपी को समर्थन पत्र सौप दिया है. ऐसा होने के बाद राजद, कांग्रेस और वामदलों के मिलने के बाद भी बहुमत के आंकड़े 122 से आठ सीटें राजद को कम पड़ जा रही हैं. जीतन राम मांझी पर आस टिकी थी कि उनके चार विधायकों का समर्थन मिल जाएगा और एआईएमआईएम के साथ एक निर्दलीय विधायक का समर्थन पाकर यह आंकड़ा 120 तक पहुंच जाएगा. तेजस्वी यादव ने भी बिहार में खेला बाकी होने की बात कही थी. लेकिन अब खबर यही है कि जीतन राम मांझी ने एनडीए में ही रहने का फैसला किया है. यहां तक कि राहुल गांधी के फोन किए जाने और उनको सीएम पद का ऑफर भी डिगा नहीं पाया. साफ है कि मांझी ने राजद का गेम बिगाड़ दिया है.
राजद की वेट एंड वॉच की रणनीति
इस बीच राजद वेट एंड वॉच की रणनीति अपनाई जा रही है, क्योंकि न तो नीतीश कुमार और न ही जदयू की ओर से कोई आधिकारिक बयान आए हैं. दूसरी ओर राजद ने भी अभी तक समर्थन वापस लेने की घोषणा नहीं की है. खबर यह भी है कि लालू प्रसाद यादव पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. लेकिन, राजद के रुख में भी बदलाव है और आक्रामक नहीं दिख रहे हैं. वह सीएम नीतीश कुमार की ओर से पहल का इंतजार कर रहे हैं और इसके बाद ही वे सामने आएंगे.
नीतीश कुमार के इस्तीफे का इंतजार
वहीं, राजद के एक्शन यह साफ जाहिर कर रहे हैं कि राजद की ओर से सरकार बनाने के प्रयास अब नहीं किए जा रहे हैं. राबड़ी आवास के बाहर पसरा सन्नाटा भी यही संकेत कर रहा है. दूसरी ओर राजद की रणनीति भी अब सामने आ गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आज किसी भी समय इस्तीफा दिए जाने के पहले राजद ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बदलने से पहले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की ब्रांडिंग शुरू कर दी है और बिहार के बड़े फैसलों को तेजस्वी की देन बताने की कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने सभी अखबारों में फुल पेज विज्ञापन दिया है और इसमें तेजस्वी को धन्यवाद दिया है.
तेजस्वी को धन्यवाद… से मिल रहे इशारे
राष्ट्रीय जनता दल की ओर से अखबारों में दिए गए विज्ञापन में लिखा है… धन्यवाद तेजस्वी, आपने कहा, आपने किया, आप ही करेंगे. राजद ने तेजस्वी को लेकर बिहार भर में मुहिम शुरू की है और इसमें आगे लिखा है- धन्यवाद तेजस्वी 4 लाख नौकरियां देने के लिए, देश में पहली बार जातीय गणना कराने के लिए, 75 फीसदी आरक्षण बढ़ाने के लिए, शिक्षक कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए, गुणवतापूर्ण चिकित्सा सुविधा देने के लिए, खेलों में मेडल लाओ, नौकरी पाओ योजना लागू करनेके लिए.
तेजस्वी यादव की ब्रांडिग को राजद तैयार
बता दें कि राजद की ओर से साफ कर दिया गया है कि वह अपनी ओर से महागठबंधन की सरकार को गिराने की पहल नहीं करेगा. राजद ने स्पष्ट कहा है कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की तरफ से पहल होती है तो यह और बात है. बता दें कि तेजस्वी यादव ने इससे पहले एक बयान देते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार जनता ने बनाई है और वह जनता के बीच जाना पसंद करेगी. बिहार के अखबारों में तेजस्वी यादव को लेकर फुल पेज विज्ञापन इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.