गुजरात की निंदनीय घटनाओं को भूलकर मुख्यमंत्री का धरने पर बैठना, बीजेपी का ध्यान भटकाने की एक और कोशिश !
गुजरात सीएम का राहुल गांधी आरक्षण बयान पर विरोध: राहुल गांधी के आरक्षण हटाने के कथित बयान के खिलाफ अहमदाबाद में सुभाष ब्रिज सर्कल के पास मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद मयंक नायक के नेतृत्व में एक मौन रैली और धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें आरोप लगाया गया कि कांग्रेस आरक्षण विरोधी है और राष्ट्र विरोधी है इस धरने में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल समेत प्रमुख नेता मौजूद रहे.
पार्टी के आरोपियों पर कार्रवाई का समय नहीं?
गुजरात के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री या सरकार के पास सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं से जुड़े आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का समय नहीं है। हाल ही में दाहोद में स्कूल प्रिंसिपल गोविंद नट ने छह साल की मासूम बच्ची की रेप के इरादे से हत्या कर दी. इस आचार्य ने विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध रखे हैं. आरोपी की बीजेपी के एक पूर्व मंत्री के साथ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. दूसरी घटना वडोदरा में हुई, जहां एक बीजेपी कार्यकर्ता ने परिणीता के घर में घुसकर उनके साथ रेप किया. चर्चा है कि बीजेपी विधायक के खास माने जाने वाले आकाश गोहिल को रेप मामले में पुलिस ने बचाने की काफी कोशिश की है.
ऐसी और भी कई घटनाएं हुई हैं, जिनमें रेप के आरोपियों का बीजेपी नेताओं के साथ घरोबा हैं, इसलिए उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है. विपक्षी कांग्रेस का आरोप है कि किसी न किसी वजह से गुजरात में रेप की घटनाओं पर पर्दा डाला जा रहा है और पुलिस जांच को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. महिला सशक्तिकरण की बात तो की जाती है लेकिन पीड़िता के आंसू नहीं दिखते.
कोलकाता में हंगामा लेकिन गुजरात में सन्नाटा
हाल ही में कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना पर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जिसमें बीजेपी नेता शामिल होकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ मचले धो रहे हैं , लेकिन गुजरात में ऐसे अत्याचार की घिनौनी घटनाओं का विरोध करने के बजाय बीजेपी नेता मानो दीपक के नीचे चुप्पी साधे हुए हैं.